व्यापार

चीन कर रहा है सोने का भारी खरीदारी! भारत इस मामले में अभी है पीछे, क्यों बढ़ रहे हैं दाम, जानिए कारण

सोना खरीदने के मामले में भारत और चीन हमेशा से सबसे आगे रहते हैं। लेकिन इस बार चीन ने सोने की खरीदारी के मामले में भारत को पीछे छोड़ दिया है। चीन इस समय सोना खरीदने वाले देशों में पहले नंबर पर है। चीन में आभूषण, बार और सिक्कों की खपत रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।

चीन जमकर सोने की खरीदारी में लगा हुआ है। गोल्ड (Gold) खरीदने में चीन (China) ने इस साल भारत को भी पीछे छोड़ दिया है। चीन इस समय सोना खरीदने वाले देशों में पहले नंबर पर है। बीते समय में भारत दुनिया का सबसे ज्यादा सोना खरीदने वाला देश बना हुआ था। हालांकि अब चीन इस मामले में भारत से आगे निकल गया है। भारत और चीन के बीच सबसे ज्यादा सोना खरीदने के मामले में मुकाबला चलता रहता है। पिछले वर्षों को देखें तो दुनिया में सबसे ज्यादा सोना या तो भारत खरीदता है या फिर चीन। चीन के सोना खरीदने के बीच गोल्ड की कीमतों में रेकॉर्ड तेजी बनी हुई है। इस साल सोने की कीमत 2,400 डॉलर प्रति औंस से ऊपर पहुंचकर वैश्विक बाजारों को आकर्षित कर रही है। चीन की ओर से सोने की खरीदारी को भी कीमतों में उछाल की एक वजह माना जा रहा है। चीन में आभूषण, बार और सिक्कों की खपत रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। चीन में गोल्ड की ज्वैलरी की डिमांड 10 फीसदी बढ़ी है, जबकि भारत में 6 प्रतिशत की गिरावट आई है। इस बीच, चीनी बार और सिक्कों में निवेश 28 फीसदी तक बढ़ गया है।

खूब हो रही खरीदारी

चीन में एक ओर सेंट्रल बैंक लगातार 17 महीने से गोल्ड खरीदते जा रहा है। वहीं दूसरी ओर लोगों ने चीनी नव वर्ष के मौके पर खूब सोना खरीदा है। जनवरी-मार्च के दौरान लोगों की सोने की खरीद पिछले साल से 34 फीसदी ज्यादा रही है। चीन दुनिया में सबसे ज्यादा सोने का उत्खनन करता है, लेकिन इसके बाद भी उसे बाहर से भारी पैमाने पर खरीदना पड़ता है। पिछले 2 साल में चीन ने अन्य देशों से 2,800 टन से ज्यादा सोना खरीदा है। यह अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के कुल स्वर्ण भंडार के एक तिहाई के बराबर है।

आयात में उछाल

चीन भले ही किसी भी अन्य देश की तुलना में सोने का ज्यादा खनन करता हो, लेकिन फिर भी उसे बहुत ज्यादा आयात करने की जरूरत पड़ती है। हाल ही में शिपमेंट की गति में तेज़ी आई है। चीन के चंद्र नववर्ष, जो उपहारों का पीक सीज़न है, इससे पहले आयात में उछाल आया है। यह साल के पहले दो महीनों में 2023 की तुलना में 53 फीसदी ज्यादा है। चीन में कमजोर युआन के बावजूद चीनी मांग इतनी ज्यादा बनी हुई है।

एक प्रमुख आयातक के रूप में, चीन में सोने के खरीदारों को अक्सर अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर प्रीमियम देना पड़ता है। महीने की शुरुआत में यह बढ़कर 89 डॉलर प्रति औंस हो गया। पिछले साल का औसत 35 डॉलर रहा है, जबकि ऐतिहासिक औसत सिर्फ़ 7 डॉलर रहा है।

Upendra Pandey

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button