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जानिए क्यों छिड़ गया ओपन AI और एलन मस्क में वॉर? क्या है पूरा मामला?

टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपन एआई और उसके सीईओ सैम अल्टमैन पर मुकदमा दायर किया है। एलन मस्क का आरोप है कि कंपनी ने लोगों की भलाई के लिए एआई सिस्टम बनाने के अपने लक्ष्य के साथ समझौता किया है।


टेस्ला के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) ने चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी OpenAI और उसके सीईओ सैम अल्टमैन (Sam Altman) पर मुकदमा दायर किया है। एलन मस्क ने कहा कि ओपन एआई ने मानवता के फायदे के लिए एआई विकसित करने के अपने मूल मिशन को छोड़ दिया है। अब वह सिर्फ पैसा कमाने पर ध्यान दे रही है। एलन मस्क का आरोप है कि कंपनी ने लोगों की भलाई के लिए एआई सिस्टम बनाने के अपने लक्ष्य के साथ समझौता किया है। यह मुकदमा मुकदमा विशेष रूप से ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन और अध्यक्ष ग्रेग ब्रॉकमैन पर है। इसमें आरोप लगाया गया है कि कंपनी एक ओपन-सोर्स यूनिट बने रहने के बजाय, माइक्रोसॉफ्ट की एक क्लोज-सोर्स सहायक कंपनी में बदल गई है।

मुनाफा कमाना लक्ष्य

मुकदमे में यह भी दावा किया गया है कि ओपनएआई के वर्तमान दृष्टिकोण से माइक्रोसॉफ्ट को महत्वपूर्ण वित्तीय मुनाफा होने की उम्मीद है। मस्क का दावा है कि माइक्रोसॉफ्ट का लक्ष्य जीपीटी-4 को जनता को काफी मुनाफे में बेचना है। ओपनएआई अमेरिका की एक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कंपनी है। इस कंपनी ने एआई टेक्नोलॉजी के भविष्य को देखते हुए चैटबॉट सर्विस की शुरुआत की थी। इसका नाम चैट जीपीटी है।

कई कंपनियों को पीछे छोड़ा

चैट जीपीटी ने बहुत कम समय में पूरी दुनिया में काफी लोकप्रियता हासिल की है। इसने गूगल, सैमसंग और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज कंपनियों को भी पीछे छोड़ दिया है। मस्क ने लंबे समय से माना है कि एजीआई मानवता के लिए एक गंभीर खतरा है। ऑल्टमैन साल 2019 में ओपनएआई के सीईओ बने थे। ओपनएआई ने 22 सितंबर 2020 को माइक्रोसॉफ्ट के साथ एक समझौता किया, जिसमें विशेष रूप से माइक्रोसॉफ्ट को उसके जेनरेटिव प्रीट्रेन्ड ट्रांसफार्मर (जीपीटी) -3 लैंग्वेज मॉडल का लाइसेंस दिया गया था।


Upendra Pandey

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