महाकाल की भस्मआरती में अब श्रद्धालुओं को रिस्ट बैंड से मिलेगी एंट्री
उज्जैन :- ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में नित्य भोर होने वाली भस्म आरती के दौरान फर्जी प्रवेश रोकने के लिए मंदिर प्रबंध समिति तकनीक का उपयोग करेगी। अब दर्शन के लिए अनुमति प्राप्त श्रद्धालुओं को कलाई पर रिस्ट बैंड बांधा जाएगा।
यह बैंड रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) तकनीक पर काम करेगा, जिससे श्रद्धालुओं की पहचान पता लगेगी और बार-बार की जांच से होने वाली परेशानी भी दूर होगी। प्रबंध समिति ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।
गलत प्रवेश रोकने के लिए
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में भस्म आरती दर्शन के लिए करीब दो हजार श्रद्धालुओं को अनुमति प्रदान की जाती है। अनुमति पत्र दिखाए जाने पर प्रवेश मिलता है। इसमें बारकोड भी लगा होता है, जिससे गलत प्रवेश रोका जा सके।
इसके बावजूद अनधिकृत और गैर अनुमति प्राप्त व्यक्ति भी प्रवेश कर जाते हैं। इसके अलावा भस्म आरती अनुमति दिलाने के नाम पर आए दिन ठगी के मामले भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में वर्तमान व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। इसलिए मंदिर समिति आरएफआईडी तकनीक का उपयोग कर इस तरह का फर्जीवाड़ा रोकना चाह रही है।
यह होगा लाभ
यह तकनीक हवाई अड्डों और मेट्रो रेलवे स्टेशन पर अभी उपयोग में ली जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि इससे श्रद्धालुओं को बार-बार चेकिंग का सामना नहीं करना पड़ेगा। एक घंटे में एक हजार श्रद्धालुओं की पहचान होकर उन्हें भीतर प्रवेश दिया जा सकेगा।