Breaking Newsअंतरराष्ट्रीयअन्य ख़बरेंछत्तीसगढनई दिल्लीमध्यप्रदेशमुंबईरायपुरव्यापार

Share Market Crash: अमेरिका के कारण भारतीय शेयर मार्केट में गिरावट! पढ़ें बाजार के गिरने की असल वजह

गुरुवार को अमेरिकी शेयर बाजार की गिरावट के बाद शुक्रवार को भारतीय बाजार भी प्रभावित हुआ, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान पर बंद हुए। अमेरिका में मंदी की आशंका और कमजोर विनिर्माण डेटा के कारण वॉल स्ट्रीट और यूरोपीय बाजारों में गिरावट आई। भारतीय बाजार के पीक पर होने के कारण एक्सपर्ट्स ने करेक्शन की संभावना जताई है। बाजार के गिरने की असल वजह जानिए।

HIGHLIGHTS

  • अमेरिका में मंदी की आशंका से निवेशकों ने जबरदस्त बिकवाली की।
  • सेंसेक्स व निफ्टी लाल निशान पर बंद होने से निवेशकों को नुकसान।
  • एक्सपर्ट्स ने कहा- बाजार के पीक पर होने से करेक्शन की उम्मीद।

बिजनेस डेस्क, इंदौर:- गुरुवार को अमेरिका का शेयर बाजार बुरी तरह गिरा था। शुक्रवार भारतीय शेयर मार्केट के लिए खराब रहा। यह बताया जा रहा है कि अमेरिका में बाजार के कमजोर होने के कारण शुक्रवार को भारत में निवेशकों ने जबरदस्त बिकवाली की। इधर, एक्सपर्ट्स गिरावट का कारण भारतीय शेयर बाजार का पीक मान रहे हैं। हम आपको गिरावट की असली वजह बताने वाले हैं।

सप्ताह के आखिरी दिन सेंसेक्स व निफ्टी दोनों लाल निशान पर बंद हुए। सेंसेक्स में 885.60 अंकों यानि 1.08 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। अब सेंसेक्स 80,981.95 के स्तर पर पहुंच गया है। निफ्टी में 293.20 प्वाइंट यानी 1.17 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई। निफ्टी 24,717.70 के स्तर पर पहुंच गया।

अमेरिका में बढ़ा मंदी का खतरा
विनोद नायर, रिसर्च हेड (जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज) ने कहा कि अमेरिका में मंदी की आशंका फिर से बढ़ रही है। खासकर, कमजोर विनिर्माण डेटा के चलते। इसी वजह से वॉल स्ट्रीट के शेयरों में गिरावट आई। यूरोप में भी निराशाजनक बैंक आय के बाद शेयर मार्केट ने भारी गोता लगाया। अमेरिका में सभी तीन प्रमुख सूचकांक नीचे बंद हुए। नैस्डैक कंपोजिट में सबसे अधिक 2.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

अमेरिकी वेल्थ मैनेजमेंट और इक्विटी रिसर्च कंपनी Spartan Capital Securities, LLC के पीटर कार्डिलो ने मंदी के लिए आर्थिक चिंताओं को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, ‘बेरोजगारी के दावे अनुमानों से अधिक हैं। बाजार को यह डर सताने लगा है कि अर्थव्यवस्था इस हद तक धीमी हो रही है कि हम अब से आठ से 12 महीने बाद मंदी की ओर देख सकते हैं।

पीक प्वाइंट पर भारतीय शेयर बाजार
भारत का शेयर मार्केट पिछले कुछ समय बुलिश रहा है। सेंसेक्स व निफ्टी ने अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई हैं। ऐसे में इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि मार्केट यहां से नहीं गिर सकता है। मार्केट में करेक्शन की संभवना अधिक है। एक्सपर्ट्स ने कुछ शेयर की वैल्यूएशन बहुत अधिक होने पर चिंता जताई है। वह निवेशकों से सावधान होकर निवेश करने की सलाह दे रहे हैं।

Upendra Pandey

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button