Monsoon Rains 2024: महाराष्ट्र, असम, उत्तराखंड में हाहाकार… 6 घंटे में 300 MM बारिश से मुंबई बनी ‘समंदर’
महाराष्ट्र में जमकर बरस रहे मेघ लोगों के लिए समस्या खड़ी कर रहे हैं। रातभर से जारी भारी बारिश के कारण हुए जलजमाव से गाड़ियां फंस गईं। साथ ही लोगों के घरों में भी पानी घुस गया। असम में बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं, उत्तराखंड में बारिश के बाद भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं।
HIGHLIGHTS
- देश के कई हिस्सों में जारी भारी बारिश
- असम में बाढ़ से 23 लाख लोग प्रभावित
- उत्तर प्रदेश में कई गांंवों से कटा संपर्क
मुंबई:- मुंबई में जारी भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कई ट्रेनें प्रभावित हुई, तो वहीं सड़कें जलमग्न हो गई। देशभर के कुछ राज्यों में लगभग यही हाल है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और असम में भारी बारिश के कारण लोगों के सामने समस्या पैदा हो गई है।
उत्तर प्रदेश के बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर में बारिश की वजह से सड़कों पर पानी भरा है। कई बिजली उपकेद्रों में पानी भरने से लाइट भी नहीं आ रही है। उत्तराखंड में बारिश की वजह से जहां कुछ स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। वहीं, असम में बाढ़ की वजह से लाखों लोगों का जनजीवन पटरी से उतर गया है।
मुंबई में लोकल ट्रेन हुई बाधित
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, मुंबई उपनगरीय और हार्बर लाइन पर भारी बारिश के कारण जलभराव हो गया। इससे स्टेशन छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, कुर्ला-विक्रोली और भांडुप से गुजरने वाली कई ट्रेंन प्रभावित हुई हैं। दरअसल, मुंबई में ट्रेन की पटरियां जलमग्न होने से लोकल ट्रेन नहीं चल पा रही हैं। रेलवे विभाग के अनुसार, भारी बारिश के कारण मध्य रेलवे की उपनगरीय सेवाएं प्रभावित हुई हैं। सायन, भांडुप और नाहुर स्टेशनों के बीच ट्रेन सेवाएं प्रभावित हैं। बारिश का पानी पटरियों के ऊपर था इसलिए ट्रेनों को लगभग एक घंटे तक रोका गया, अब पानी थोड़ा कम हुआ है इसलिए ट्रेनें फिर से शुरू हो रही हैं, लेकिन सेवाएं अभी भी प्रभावित हैं।
इन क्षेत्रों में हुआ जलजमाव
मुंबई में भारी बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव देखा गया। इसके साथ ही परेल, वर्ली सहित किंग सर्कल क्षेत्र में भी सड़कें जलमग्न हो गई, जिसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कुछ क्षेत्रों में पेड़ गिरने से सड़कें ब्लॉक हो गई, जिससे आवागमन बाधित हुआ।
उत्तराखंड में भी बारिश बनी समस्या
उत्तराखंड में भी भारी बारिश मुसीबत का सबब बनती जा रही है। देहरादून में हुई भारी बारिश के साथ जलभराव की स्थिति देखने को मिली। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, पिथौरागढ़, ऊधमसिंह नगर, पौड़ी, चमोली और रुद्रप्रयाग के कुछ क्षेत्रों में अत्यंत भारी बारिश का अनुमान जताया है।
भूस्खलन से मार्ग बंद
उत्तराखंड में बारिश के साथ साथ कुछ स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आईं हैं। इससे बदरीनाथ हाईवे समेत 142 मार्ग बंद हो गए हैं। हालांकि, सरकार ने इसमें से 89 मार्ग पर यातायात बहाल कर दिया है, लेकिन 109 मार्ग अब भी ब्लॉक है।
खतरे के निशान से उपर नदियां
राज्य में पिथौरागढ़ के धारचूला में काली नदी खतरे के निशान से 0.90 मीटर ऊपर बह रही है। इसके साथ ही रुद्रप्रयाग में अलकनंदा और मंदाकिनी नदी भी खतरे के निशान से ऊपर है। चमोली में अलकनंदा पिंडर, धौली गंगा, नंदाकिनी नदी की भी यही स्थिति है।
असम में 23 लाख लोग प्रभावित
असम में भी बाढ़ से हालत खराब है। यहां बाढ़ से 28 जिलों के 23 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि 66 लोगों की मौत हो गई। वहीं, कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है। 3,446 गांवों में जनजीवन अस्त व्यस्त है। साथ ही 68,432.75 हेक्टेयर में लगी फसल को भी नुकसान पहुंचा है।
असम में 53,689 लोगों को 269 राहत शिविर में भेजा गया है। साथ ही 3,15,520 गैर-राहत शिविर के कैदियों को राहत सामग्री प्रदान की गई है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन सहित कई एजेंसियां राहत और बचाव कार्य में जुटी है।
इन राज्यों में भारी से अति भारी बारिश का अनुमान
पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 11 जुलाई तक भारी से अति भारी बारिश का अनुमान है।
नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम व त्रिपुरा में आज भारी से अति भारी बारिश की संभावना है।
असम व मेघालय में 8-9 जुलाई को भारी से अति भारी बारिश देखने को मिल सकती है।
IMD ने बिहार में 9 से 11 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया है।
मध्य महाराष्ट्र में आज अलग-अलग स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश हो सकती है।
अरुणाचल प्रदेश में 10 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावा है।