बलौदाबाजार हिंसा : कांग्रेस विधायक देवेंद्र सहित आठ पर चलेगा मुकदमा, कोर्ट में आरोप तय

भीड़ को आगजनी व पुलिस अफसरों की हत्या के लिए उकसाने का आरोप।
जैतखाम तोड़ने के विवाद के बाद जिले में व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई थी।
इस हिंसा की घटना में 200 से अधिक वाहनों को फूंक दिया गया था।
रायपुर- बलौदाबाजार हिंसा मामले में जिला न्यायाधीश बलौदाबाजार ने बुधवार को भिलाई नगर के कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव सहित आठ लोगों के विरुद्ध आरोप तय कर दिया है। इन पर कलेक्टोरेट व एसपी कार्यालय में आगजनी व उग्र भाषण देकर लोगों को भड़काने का आरोप है। सभी के विरुद्ध अब आरोपित के रूप में मुकदमा चलेगा। देवेंद्र इस मामले में छह महीने तक जेल में थे। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने पर उन्हें फरवरी में रिहा किया गया है।
बलौदाबाजार हिंसा मामले में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव गिरफ्तार, 20 अगस्त तक जेल भेजा, पुलिस-समर्थकों में झड़प
जैतखाम तोड़ने के विवाद के बाद जिले में व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई थी। प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश राकेश कुमार वर्मा ने मोहन बंजारे व अन्य के मामले में सुनवाई के बाद आरोप तय कर दिया है।
कोर्ट ने लिखा है कि 10 जून, 2024 को सुबह 11 बजे या उससे पूर्व दशहरा मैदान में सतनामी समाज के आंदोलन में विधायक देवेंद्र यादव, मोहन बंजारे व आरोपितों ने आक्रामक एवं भड़काऊ भाषण देकर लोगों को दंगे के लिए उकसाया था।
इस मामले में किशोर कुमार नवरंगे, दिनेश कुमार चतुर्वेदी, राजकुमार सतनामी, नितेश उर्फ निक्कू टंडन, ओमप्रकाश बंजारे एवं दीपक घृतलहरे भी आरोपित है।
इस घटना में 200 से अधिक वाहनों को फूंक दिया गया था। 12 करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया गया था।
विधायक प्रतिनिधि के यहां पहुंची सीबीआई, घर का फोटो खींचकर लौटी
भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव के प्रतिनिधि राकेश श्रीवास्तव उर्फ भोलू श्रीवास्तव के खुर्सीपार स्थित घर पर गुरुवार को सीबीआइ की टीम पहुंची थी।
लेकिन, घर पर ताला लगा होने के कारण सीबीआई की टीम बिना कोई कार्रवाई किए ही लौट गई। टीम ने सिर्फ घर का बाहर से फोटो खींचा और दरवाजे पर कोई नोटिस भी चस्पा नहीं किया।
विधायक प्रतिनिधि राकेश उर्फ भोलू श्रीवास्तव के सुभाष मार्केट के पास खुर्सीपार स्थित घर पर सीबीआइ के पहुंचने के बाद तरह तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
हालांकि अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो सका है कि सीबीआइ किस मामले की जांच के लिए पहुंची थी, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि महादेव बुक से जुड़े मामले की जांच के लिए ही सीबीआई की टीम वहां पर पहुंची थी।
स्थानीय पुलिस के साथ राकेश उर्फ भोलू श्रीवास्तव के घर पहुंची सीबीआइ को बाहर से ताला बंद मिला। इसके बाद टीम के अधिकारी कुछ देर तक घर के बाहर ही खड़े रहे।
इसके बाद उन्होंने घर की बाहर से फोटो खींची और वहां से लौट गए। यदि सीबीआई दोबारा जांच के लिए पहुंचती है तो जांच का कारण स्पष्ट हो सकेगा।
बता दें कि राकेश उर्फ भोलू श्रीवास्तव भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव के प्रतिनिधि के रूप में भिलाई निगम की सामान्य सभा में शामिल होते रहे हैं।