Ganesh Chaturthi 2024: बनारस के घाट पर शिवलिंग से प्रकट तो कही तिरुपति बालाजी के स्वरूप में नजर आएंगे बप्पा
पंडालों को सजाने-सवारने के लिए इंदौर ही नहीं मथुरा-वृंदावन के साथ बंगाल के कारीगरों की सेवाएं भी ली जा रही है।आयोजन के थीम भी विविधता नजर आएंगी। इस बार पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ ही शहर के बिगड़े यातायात को सुधारने का के लिए यातायात के नियमों का पालन करने की हिदायत देते भी नजर आएंगे।
HIGHLIGHTS
- दस दिनी गणेशोत्सव को नवीन स्वरूप देने के लिए एआइ और थ्रीडी तकनीक का उपयोग
- प्रसाद में भी रखा जाएगा इंदौरियों की पसंद का ख्याल, खिलाए जाएंगे चाट – पकौड़ी
- मूर्तिकारों द्वारा बप्पा के विभिन्न स्वरूपों में मूर्तियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है
रामकृष्ण मुले, इंदौर :- शहर में 7 सितंबर से शुरू हो रहे दस दिनी गणेशोत्सव का उल्लास हर ओर नजर आ रहा है। शहर की नई पुरानी गणेश उत्सव समिति अपने आयोजन को खास बनाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए पंडाल में एआइ और थ्रीडी तकनीक के उपयोग के साथ भगवान गणेश की मूर्तियों में भी नए-नए प्रयोग किए जा रहे हैं।कही गणेश को तिरुपति बालाजी तो कही शिवलिंग से प्रकट होते दिखाई देंगे।
पंडालों को सजाने-सवारने के लिए इंदौर ही नहीं मथुरा-वृंदावन के साथ बंगाल के कारीगरो की सेवाएं भी ली जा रही है। आयोजन के थीम भी विविधता नजर आएंगी। इस बार पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ ही शहर के बिगड़े यातायात को सुधारने का के लिए यातायात के नियमों का पालन करने की हिदायत देते भी नजर आएंगे।
पर्यावरण संरक्षण के लिए नूतन मंडल द्वारा 8 फीट की इको फ्रेंडली मूर्ति स्थापित की जाएगी। प्रसाद में इंदौर की पसंद चाट पकोड़ी और पानी बताशे खिलाए जाएंगे। पालदा के राजा युवाओं को नशे के दुष्प्रभाव बताते हुए इसे छोड़ने के फायदे बताएंगे।मूर्तिकारों द्वारा बप्पा के विभिन्न स्वरूपों में मूर्तियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
पहली बार एआई से डिजाइन प्रतिमाएं, होंगे बनारस के घाट के दर्शन
सार्वजनिक महोत्सव समिति जयरामपुर कॉलोनी के अध्यक्ष प्रकाश लालवानी और सचिव अनिल आगा बतात है कि गणेशोत्सव में इस बार आर्टिफिशियल इंटलीजेंस (एआई) की इंट्री हो गई है। गणेशोत्सव में आपको भगवान गणेश, पंडाल को अलग अलग स्वरूप में एआई से बने नजर आएंगे।इसके लिए एआई से डिजाइन तैयार करवाकर पंडाल की डिजाइन फाइनल कर दी है मूर्तिकार से लेकर पंडाल तैयार करने वाले लोगो को वैसी ही डिजाइन के लिए कह भी दिया है।इसमें बनारस के घाट बैकग्राउंड में बनारस के घाट और काशी विश्वनाथ भी दिखाई देंगे। भगवान गणेश शिवलिंग से प्रकट होते नजर आएंगे।
पर्यावरण संरक्षण के साथ इस बार प्रसाद में नवाचार
शहर के पुराने गणेशोत्सव समितियों में शुमार नूतन मंडल जेलरोड द्वारा गणेशोत्सव की तैयारियां शुरू कर दी गई है।कलाकार विजय धीमान बताते कि यह 63वे आयोजन को नवीन स्वरूप दिया जा रहा है। इस बार कई नवाचार नजर आएंगे।
भगवान की माटी की तिरुपति बालाजी स्वरूप की 8 फीट ऊंची मूर्ति को विराजित किया जाएगा। प्रसाद में इंदौर भक्तों के स्वाद का ख्याल रखते हुए चाट पकौड़ी और पानी बताशे प्रदान किए जाएंगे। इसमें बड़े स्टाल से 25 लोगों द्वारा भक्तों को आरती के बाद खिलाए जाएंगे। साथ डमरू पार्टी की विशेष प्रस्तुति भी होगी।
नशा के दुष्प्रभाव बताएंगे पालदा के राजा
पालदा में पिछले 25 वर्ष से भगवान गणेश की स्थापना की जाती है। इस पर पंडाल में थ्रीडी तकनीक का इस्तमाल किया जा रहा है। इसमें मुंबई से लाई जानेे वाली 21 फीट उंचे पालदा के राजा का स्वरूप निखरेगा। आयोजक मनोज वर्मा बताते है की गणेश स्थापना के लिए 100 बाय 120 का पंडाल बनाया जा रहा है। विशेष साज-सज्जा होगी। हर वर्ष की तरह सामाजिक सरोकार का संदेश भी दिया जाएगा। इसमें युवाओं को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
मूसाखेड़ी के राजा के तीन स्वरूप
मूसाखेड़ी में मूसाखेडी के राजा की स्थापना के लिए 15, 7 और सवा फीट की गणेश मूर्तियों का निर्माण किया जा रहा है। आयोजक राजू प्रजापत का कहना है कि यहां ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। यहां की व्यवस्थाओं को देखते हुए आयोजन के पंडाल का स्वरूप तय किया जाएगा। हर वर्ष की तरह आयोजन में शामिल होने वाले लोगों को शहर के तितर-बितर यातायाता को व्यवस्थित करने के लिए यातायात नियमों के पालन का संदेश दिया जाएगा।