Dengue Malaria Alert: यूरिन कम आना, बीपी और शुगर लो होना भी डेंगू के लक्षण… जानिए हर सवाल का जवाब
रतलाम जिले के मलेरिया अधिकारी डॉ. प्रमोद प्रजापति के अनुसार, डेंगू का मच्छर साफ पानी से पनपता है। बारिश के मौसम में छतों पर टायर, गमलों, आसपास गड्ढों, ड्रम, कूलर, पानी की खुली टंकी, होज आदि में चार-पांच दिन से ज्यादा पानी न रहने दें।
HIGHLIGHTS
- हैलो डॉक्टर प्रोग्राम में लोगों ने पूछे सवाल
- जिला मलेरिया अधिकारी ने दिए जवाब
- पढ़िए प्रमुख सवाल और उनके जवाब
रतलाम:- बारिश की शुरुआत के साथ ही मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया। डेंगू और मलेरिया के मरीज बढ़ गए हैं। नईदुनिया के साप्ताहिक कार्यक्रम हैलो डॉक्टर में रतलाम के जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. प्रमोद प्रजापति ने कहा कि डेंगू व मलेरिया मच्छर जनित बीमारी है। बारिश के मौसम में मच्छर ज्यादा पनपते हैं और यह वायरल का सीजन होता है।
आम लोगों के सवालों के जवाब देते हुए डॉ. प्रमोद प्रजापति ने कहा, इस दौरान बुखार, सर्दी-खासी के साथ ही डेंगू व मलेरिया फैलने का खतरा रहता है। बचाव के लिए घरों के आसपास मच्छरों को पनपने न दें। मच्छरदानी का उपयोग करें।
सवाल- 3 दिन से बुखार है। सिर दर्द व हाथ-पेरों में दर्द है?
जवाब- समय पर दवा लें। घर व आसपास सफाई रखें। मच्छरदानी का उपयोग करें। उबले पानी का सेवन करें। डॉक्टर ने जितने दिन की दवा ली, उतने दिन ले।
सवाल- डेंगू के लक्षण कितने दिन में नजर आते हैं?
जवाब- डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है। फीमेल एडीज मच्छर के काटने से डेंगू होता है। डेंगू संक्रमित मच्छर से जीका व चिकनगुनिया वायरस भी फैलता है। डेंगू के लक्षण तीन से सात दिन के भीतर दिखने लगते हैं।
सवाल- सर्दी-खांसी हो रही है, शाम को बुखार आता है?
जवाब- वायरल इंफेक्शन का सीजन चल रहा है। नजदीकी अस्पताल के डॉक्टर से परीक्षण कराकर इलाज लें। सादा भोजन करें। सर्दी ज्यादा होने पर गर्म पानी की भांप ले।
सवाल- बुखार आने पर एक दिन दवा लें या तीन दिन?
जवाब- डॉक्टर को दिखाकर पूरा इलाज लें, एक दिन गोली लेने से फायदा नहीं होगा। वायरल इंफेक्शन है, तो उसका पीरियड पांच से सात दिन रहता है।
सवाल- डेंगू और मलेरिया के क्या-क्या लक्षण होते हैं?
जवाब- एक दिन छोड़कर बुखार आना। घबराहट होना, सर्दी होना। सिर व मांसपेशियों में तेज दर्द होना। यूरिन कम आना, बीपी व शुगर लो होना आदि डेंगू के लक्षण हैं। सर्दी लगने के साथ तेज बुखार आना। दवा लेने पर पसीना आकर बुखार उतरना। पेट दर्द होना व किसी को उल्टी-दस्त भी होना।
सवाल- पहले डेंगू हुआ था, जांच कराई थी, अब क्या करें?
जवाब- जांच तीन तरह की है। एनएस 1 जांच से पता चलता है कि डेंगू है या नहीं और एक से पांच दिन में हुआ है। आईजीएम जांच से सात-आठ दिन में बुखार होने पर पता चलता है। आईजीजी जांच डेंगू संक्रमण के खिलाफ एंटीबॉडी पता लगाने के लिए की जाती है।
सवाल- डेंगू या मलेरिया की बीमारी व मच्छर कैसे पहचाने?
जवाब- मच्छर किस बीमारी का है या पता लगाना तो मुश्किल होता है। डेंगू का मच्छर ब्राउन कलर व ब्लैक धब्बे वाला होता है। उसके आगे के पैरों में धारियां होती हैं। घर के आसपास साफ-सफाई रखें, जरा सा भी बुखार हो, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।