MP Politics: इंदौर में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को गुलाबजामुन परोसना कांग्रेस नेताओं को पड़ा भारी, मिल गया नोटिस
मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय 12 जुलाई को पौधारोपण कार्यक्रम का न्यौता देने इंदौर के कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन पहुंचे थे। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने उनका स्वागत किया और नाश्ता करवाया। इसके बाद कांग्रेस पदाधिकारी ने इसकी शिकायत दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से कर दी। इसके बाद कांग्रेस के इंदौर जिला अध्यक्ष और इंदौर शहर अध्यक्ष को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है।
HIGHLIGHTS
- इंदौर शहर में कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन पहुंचे थे मंत्री कैलाश विजयवर्गीय।
- पौधारोपण अभियान में शामिल होने के लिए कांग्रेसियों को बुलाने गए थे।
- कांग्रेसी बोले- दुश्मन भी मेहमान बनकर आए, तो उसे वापस नहीं लौटाते हैं।
इंदौर(MP Politics):- इंदौर के कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की प्लेट में परोसे गए गुलाबजामुन कांग्रेस के लिए कड़वे साबित होते दिख रहे हैं। विजयवर्गीय 51 लाख पौधारोपण के अभियान के न्यौते के बहाने कांग्रेस के दरवाजे गए।
हर्षाए कांग्रेसियों ने विजयवर्गीय समेत भाजपा नेताओं की अपने दफ्तर में खूब आवभगत की और नाश्ते में गुलाबजामुन परोसे। दिल्ली तक शिकायत पहुंची कि जिस भाजपा नेता ने बमुश्किल दो महीने पहले कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार विहीन कर दिया। उसी को कांग्रेस दफ्तर में गुलदस्ता और गुलाबजामुन मिल रहे हैं।
अब कांग्रेस के शहर और जिला अध्यक्ष से संगठन ने मामले में जवाब मांग लिया है। नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस पार्षदों के साथ मिलकर शहर अध्यक्ष के समर्थन में मुहिम छेड़ दी है। हालांकि दोनों अध्यक्ष अब तक यही बयान दे रहे हैं कि उन्हें नोटिस नहीं मिला।
12 जुलाई को मंत्री पहुंचे थे कांग्रेस कार्यालय
मंत्री विजयवर्गीय 12 जुलाई को महापौर पुष्यमित्र भार्गव व नगर-जिला भाजपा अध्यक्षों को लेकर कांग्रेस कार्यालय पहुंचे थे। विजयवर्गीय की अगवानी के लिए शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीतसिंह चड्डा समेत तमाम कांग्रेस नेता गांधी भवन के बाहर सड़क पर खड़े दिखे।
कार्यालय में पहुंचे विजयवर्गीय व अन्य भाजपा नेताओं का स्वागत हुआ। नाश्ते में गुलाबजामुन परोसे गए तो विजयवर्गीय ने सिर्फ फीकी चाय पी। अन्य भाजपा नेताओं ने कांग्रेसी नाश्ते का लुत्फ लिया। मंत्री ने कांग्रेसियों को उनके दफ्तर में ही सौहार्द की राजनीति करने की सीख भी दी।
दिल्ली भेज दी शिकायत
दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने शिकायत भेज दी कि मेहमानवाजी करते किसी कांग्रेसी ने विजयवर्गीय से यह पूछने का साहस भी नहीं किया कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार का दलबदल करवाया था वो राजनीति का कौन सा स्वरूप था।
जिला अध्यक्ष और शहर अध्यक्ष से मांग जवाब
दिल्ली के नेताओं ने इसे गंभीर घटना माना। अब प्रदेश कांग्रेस ने शहर अध्यक्ष सुरजीतसिंह चड्डा और जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव से जवाब मांग लिया है। हालांकि दोनों ही अध्यक्ष ने नईदुनिया से कहा कि उन्हें अभी तक नोटिस नहीं मिला है। सूत्रों के अनुसार नोटिस में दोनों अध्यक्षों से सात दिन में घटनाक्रम पर जवाब मांगा गया है।
नगर निगम नेता प्रतिपक्ष ने पार्षदों से मांगे समर्थन पत्र
सार्वजनिक तौर पर भले ही जिला और शहर कांग्रेस के अध्यक्ष कह रहे हैं कि उन्हें नोटिस नहीं मिला लेकिन एक का दर्द अपने लोगों के सामने फूट गया कि मैं तो ऊपर वाले नेता की अनुमति से गांधी भवन पहुंचा था। इस बीच पदाधिकारी पुराने घटनाक्रम का हवाला भी दे रहे हैं।
दुश्मन मेहमान बनकर आए, तो उसे मना नहीं किया जाता
2016 की उस घटना का हवाला दिया जा रहा है जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव संघ कार्यालय अर्चना पहुंचे थे। वहां यादव और कांग्रेसियों का स्वयंसेवकों ने स्वागत किया था। कांग्रेस के शहर अध्यक्ष चड्डा भी कह रहे हैं कि घर पर कोई दुश्मन भी मेहमान बनकर आए तो उसे मना नहीं किया जा सकता।
इसी बीच नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने बुधवार दोपहर वॉट्सएप ग्रुप में सभी पार्षदों को संदेश दिया कि वे शहर अध्यक्ष सुरजीतसिंह चड्डा के समर्थन में अपना-अपना पत्र लिखकर उन तक भेज दें।