CG Recruitment: कालेजों में प्रोफेसरों के 595 पद समेत तीन हजार से ज्यादा पदों पर होगी भर्ती, वित्त विभाग को भेजा प्रस्ताव
CG Recruitment: रायपुर:- कालेजों में जल्द ही प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर समेत विभिन्न तीन हजार से अधिक पदों पर भर्ती होगी। राज्य निर्माण के बाद पहली बार प्रदेश में प्रोफेसरों के 595 पदों पर सीधी भर्ती होगी। पूर्ववर्ती भूपेश सरकार में प्रोफेसरों की भर्ती के लिए विज्ञापन ताे जारी किया गया मगर विवादों के कारण भर्ती प्रक्रिया नहीं हो पाई थी।
जानकारी के मुताबिक उच्च शिक्षा विभाग असिस्टेंट प्रोफेसर के 2160, प्रोफेसर के 595, ग्रंथपाल के 130 और खेल अधिकारी के 130 पदों पर भर्ती करने के लिए तैयारी कर रहा है। इन पदों पर भर्ती के लिए वित्त विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। प्रदेश में कालेजों की संख्या बढ़ाई गई मगर समय पर भर्ती नहीं होने से स्थिति बेहद खराब है। बतादें कि प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती में स्थानीय व राज्य के बाहर के अभ्यर्थी शामिल हो सकेंगे।
अब 56 वर्ष तक बन सकेंगे प्रोफेसर
राज्य के कालेजों में प्रोफेसरों की सीधी भर्ती के लिए भर्ती नियम में बड़ा बदलाव किया गया है। राज्य सरकार ने प्रोफेसर बनने के लिए स्थानीय निवासियों के लिए उम्र सीमा 56 वर्ष कर दी है। इसके पहले यह उम्र सीमा 45 वर्ष थी। कालेजों में पहली बार एसोसिएट प्रोफेसरों के पदों का भी सृजन किया गया है।
प्रोफेसर- असिस्टेंट प्राेफेसर के लिए ये पात्रता जरूरी
प्रोफेसर पद के लिए संबंधित विषय में पीएचडी अनिवार्य है। इसके अलावा कम से कम 120 अनुसंधान अंक प्राप्त किए हों। सहायक प्राध्यापक के रूप में लगातार 10 वर्ष का अनुभव जरूरी हे। कम से कम 10 शोध पत्र का प्रकाशन कर चुके अभ्यर्थी इसके लिए पात्र होंगे। नियुक्ति लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के जरिए होगी। जबकि असिस्टेंट प्राेफेसर के लिए अभ्यर्थी को नेट अथवा सेट उत्तीर्ण होना पहली शर्त है। इसके अलावा पीएचडी होना भी जरूरी है। बतादें कि छत्तीसगढ़ राज्य पात्रता परीक्षा (सीजीसेट) परीक्षा 21 जुलाई 2024 को होनी है। इसके बाद भर्ती होगी।
उच्च शिक्षा विभाग के सचिव प्रसन्ना आर ने कहा, कालेजों में प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर समेत विभिन्न रिक्त पदों पर भर्ती के लिए वित्त विभाग से अनुमति मांगी है। इसके बाद प्रक्रिया की जाएगी।
प्रोफेसरों की भर्ती से ये होंगे फायदे
पहली बार कालेजों में सीधे प्रोफेसर मिलेंगे।
पठन-पाठन कार्य में विद्यार्थियों को अवसर मिलेगा।
एक प्रोफेसर आठ शोधार्थियों को अनुसंधान या शोध करा सकेंगे
कालेजों में अनुसंधान का दायरा बढ़ने से गुणवत्ता बढ़ेगी
कालेजों नैक की ग्रेडिंग में भी आसानी होगी।
असिस्टेंट प्रोफेसरों को भी उच्च पद पर पहुंचने का अवसर मिलेगा।