माया सभ्यता के अचानक अंत का रहस्य: हड्डियों से खुलासा!
माया पिरामिड हजारों साल पहले माया सभ्यता द्वारा मध्य अमेरिका के जंगलों में बनाई गई संरचनाएं हैं। ये यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में शामिल है। मेक्सिको के चीचेन इट्जा को माया सभ्यता में बनाया गया। ये माया सभ्यता का केंद्र था। चिचेन इट्जा में पिरामिड एल कैस्टिलो प्रमुख है।
सेंट्रल अमेरिका के देश ग्वाटेमाला में प्राचीन माया मंदिर पिरामिड में पुरातत्वविदों ने कम से कम चार वयस्कों की हड्डियों के अंशों की खोज की है, जो शाही परिवार के सदस्य थे। नए शोध के अनुसार, इनको जलाना अवशेषों को जानबूझकर और संभावित रूप से सार्वजनिक रूप से अपवित्र करने का संकेत देता है। ये हड्डियां नाटकीय राजनीतिक परिवर्तन की स्मृति में माया संस्कृति में जानबूझकर शव को नष्ट करने की एक दुर्लभ झलक पेश करती हैं। सभी अवशेष वयस्कों के थे और वैज्ञानिकों ने तीन व्यक्तियों की पहचान पुरुषों के रूप में की।
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, शोधकर्ताओं ने जर्नल एंटिकिटी को बताया कि जिनकी हड्डियां मिली हैं, उनमें दो की उम्र 21 से 35 साल के बीच और एक की उम्र 40 से 60 साल के बीच थी। हड्डियों में हजारों जली हुई वस्तुएं थीं। इनमें हरे पत्थर से बने शरीर के आभूषण, स्तनपायी दांतों से बने पेंडेंट, शैल मोती, मोजेक और हथियार शामिल थे। ये इन लोगों की समृद्धि और शाही स्थिति का संकेत देती है। कलाकृतियों और अवशेषों को जलाना रॉयल्टी के लिए असामान्य था। रिसर्च के लेखकों ने कहा कि यह रहस्योद्घाटन नए प्रकार की चीजों पर प्रकाश डालता है, इसने सामाजिक परिवर्तन की शक्ति को फिर से परिभाषित किया है।
हड्डियों और शाही साज-सामान का अनुष्ठानिक अपमान
वैज्ञानिकों को 2022 में एक मंदिर के नीचे निर्माण सामग्री के ढेर के नीचे जली हुई हड्डियां और कब्र का सामान मिला था। मुख्य अध्ययन लेखिका और मानव विज्ञान की एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर क्रिस्टीना हैल्परिन ने कहा कि ये चीजें करीब 5 फीट बड़े पत्थर के खंडों के नीचे दफ्न है। आमतौर पर माया समाज शाही अवशेषों को सुलभ स्थानों पर रखते थे, जहां आगंतुक प्रसाद चढ़ा सकते थे। तुलनात्मक रूप से इस कक्ष में शाही दफन के लिए सामान्य रूप से आपके पास क्या होता है, इसके स्पष्ट संकेत नहीं हैं। जली हुई, टूटी हड्डियों में सिकुड़न और विकृति से पता चलता है कि उन्हें 800 डिग्री सेल्सियस से अधिक के तापमान पर एक विशाल नरकंकाल में जलाया गया था। रेडियोकार्बन डेटिंग से पता चला कि जलने की घटना 773 से 881 के आसपास हुई थी।
शोधकर्ताओं ने अवशेषों को ग्वाटेमाला सिटी से 400 किलोमीटर उत्तर में स्थित उकनाल नामक स्थान पर खोजा। प्राचीन महानगर माया के कन्विट्जनल साम्राज्य की राजधानी था और उकनाल के चरम के दौरान 630 से 1000 तक शहर की बस्तियां 26 वर्ग किलोमीटर में फैली हुई थीं। नौवीं शताब्दी की शुरुआत के आसपास जब अवशेषों को जला दिया गया तो नक्काशीदार माया अभिलेखों में पापमलिल नाम के नए शासक के कार्यों का वर्णन किया गया। यह नाम पहले की नक्काशी में दिखाई नहीं देता था और मूल रूप से विदेशी हो सकता है। इसकी जड़ें दूसरे क्षेत्र के माया लोगों से जुड़ी हैं।
प्रोफेसर हेल्परिन ने कहा, ‘प्राचीन माया साक्ष्य ढूंढना वास्तव में रोमांचक है, जो परिवर्तनकारी सामाजिक परिवर्तन का संदर्भ देता है। हम उस राजनीति के बारे में बहुत कम जानते हैं। इसलिए यह एक महत्वपूर्ण घटना है, जो हमें राजनीतिक परिवर्तन को पहचानने में मदद करती है। यह वास्तव में बताता है कि कैसेराजवंश ध्वस्त हो गए।जली हुई हड्डियों और शाही कलाकृतियों का यह रहस्यमय संग्रह एक कक्ष में फेंक दिया गया था और ढक दिया गया था। यह खोज माया संस्कृति की दृढ़ता और निरंतरता के बारे में जानकारी देती है। यह इस तथ्य को रेखांकित करती है कि माया सभ्यता कैसे खत्म हुई।