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मोदी की नीयत “पाक साफ” है…. योगी आए तो हम त्रेता युग में होंगे

बिलासपुर:- हास्य कवि शंभू शिखर के शब्दों में खूब ठहाके लगे। जब उन्होंने कहा कि मोदी की नीयत पाक साफ है…इसके बाद जमकर तालियां बजीं। यह भी कहा कि कुछ लोग कहते हैं उनके आने से देश 500 साल पीछे चला गया। मैं कहता हूं योगी को आने दो हम श्रेता युग में पहुंच जाएंगे। इसे सुनते ही श्रोता गदगद हो गए।

उपमुख्यमंत्री अरुण साव के जन्मदिवस की पूर्व संध्या पर पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित कवि सम्मेलन में खूब तालियां बजी। रात एक बजे तक श्रोता डटे रहे। हरिओम पवार की गूंजती पंक्तियां जब तलक हिमालय जिंदा है, तब तक सैनिक जिंदा है, यह देश रहेगा तब तक, जब तक ये वीर जिंदा है! ने माहौल में देशभक्ति का जज्बा भर दिया।

यह आयोजन न केवल मनोरंजन, बल्कि साहित्य और राष्ट्रभक्ति का जश्न बन गया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की गरिमामयी उपस्थिति और शंभू शिखर, अनामिका जैन अंबर, चेतन चर्चिल जैसे ख्यात कवियों की प्रभावशाली प्रस्तुतियों ने सैकड़ों श्रोताओं को रातभर बांधे रखा। हास्य-व्यंग्य, वीर और ओज रस की धारा ने श्रोताओं को हंसाया, गुदगुदाया और देशभक्ति से ओतप्रोत कर दिया। यह आयोजन केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि साहित्य और समाज के प्रति जागरूकता का प्रेरणास्रोत भी बना।
रात 12 बजे मुख्यमंत्री ने दी बधाई

घड़ी की दोनों सुइयां जैसी ही 12 पर पहुंची। मंच पर जमकर आतिशबाजी हुई।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन में पहुंचे सभी कवियों का स्वागत और अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि उपमुख्यमंत्री के रूप में सरकार चलाने में उनका हमेशा सहयोग मिलता है। छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा में वे सदैव सक्रिय रहते है। मुख्यमंत्री ने साव के प्रारंभिक जीवन से लेकर उनकी राजनीतिक संघर्ष यात्रा पर अपनी बात रखी। उन्होंने साव के स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की कामना की।

मंचस्थ अतिथियों साथ में शामिल कवि

सम्मेलन में केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्यमंत्री तोखन साहू, किरण सिंह देव, बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल, बिल्हा विधायक धरम लाल कौशिक, बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला, अनुज शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ कलेक्टर अवनीश शरण, एसपी रजनेश सिंह भी मौजूद थे।

हास्य-व्यंग्य से गूंजा पुलिस मैदान

कवि शंभू शिखर ने हास्य-व्यंग्य की ऐसी झड़ी लगाई कि श्रोताओं की हंसी रुकने का नाम नहीं ले रही थी। उनकी प्रसिद्ध कविता सच बोलूं तो शादी ऐसी होती है जैसे भैंस का नहाना ने शादी और सामाजिक रिश्तों पर एक हल्का-फुल्का कटाक्ष किया। श्रोताओं ने ठहाकों से मैदान गूंजा दिया। चेतन चर्चिल ने राजनीति और सामाजिक मुद्दों पर व्यंग्य कसा। उनकी कविता पर तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई दी। अनामिका जैन अंबर ने अपने ओजस्वी अंदाज से मंच पर राष्ट्रवाद की गूंज पैदा कर दी।

सीएमडी कालेज से चढ़ा प्यार का खुमार

हास्य कवि दिनेश बावरा ने शृंगार रस में हास्य का पुट जोड़ते हुए प्यार के अंदाज पर अपने शब्दों से समां बांधा। उनकी कविता प्यार का इजहार हमने किया, पर जवाब में रसीद मिली पर युवा दर्शकों ने जमकर तालियां बजाईं। सीएमडी कालेज से पढ़ाई और प्यार का जिक्र करते हुए सामने बैठी चाची पर बात की।

आधी रात तक गूंजता रहा साहित्यिक रसवीर

रस के कवि शशिकांत यादव और शृंगार रस के कवि स्वयं वास्तव जैसे कवियों ने अपनी अनोखी कविताओं से साहित्यिक महफिल को सजाया। हर कवि ने अपने अंदाज में हास्य, व्यंग्य, ओज, वीर और शृंगार रस से श्रोताओं को बांधे रखा। कार्यक्रम की भव्यता को देखते हुए आयोजन स्थल पर खास इंतजाम किए गए थे। बर्जेस स्कूल में पार्किंग व्यवस्था और प्रवेश के लिए छह गेट बनाए गए। मंच के सामने वीआइपी, प्लेटिनम, डायमंड और गोल्ड सेक्शन की व्यवस्था थी।

Upendra Pandey

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