मध्य प्रदेश में पकड़ाया ATM कार्ड बदलकर ठगी करने वाला राजस्थान का गिरोह, बुजुर्गों और महिलाओं को करते थे टारगेट
पुलिस ने एटीएम फ्राड करने वाली राजस्थान की गैंग के दो सदस्यों को दबोचा है। आरोपित वारदात करने के बाद शहर छोड देते थे। आरोपित एटीएम बूथ पर रुपये निकालने के लिए गए बुजुर्ग व महिलाओं को टारगेट करते थे।पहले मशीन बंद कर देते थे, फिर मदद के बहाने फंसाते थे।
HIGHLIGHTS
- आरोपी पहले मशीन बंद कर देते थे, फिर मदद के बहाने फंसाते थे
- दोनों आरोपित धौलपुर से आकर ग्वालियर में करते थे वारदात
- पूछताछ जारी, धोखाधड़ी के अन्य मामलों का खुलासा संभव
ग्वालियर :- एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाली राजस्थान की गैंग पकड़ी गई है। इस गैंग के दो सदस्यों को पुलिस ने पकड़ा है, जो अलग-अलग शहरों में जाकर एटीएम बूथ पर रुपये निकालने के लिए गए बुजुर्ग व महिलाओं को टारगेट करते थे। पहले मशीन बंद कर देते थे, फिर मदद के बहाने फंसाते थे। इसके बाद कार्ड बदल लेते थे और रुपये निकाल लेते थे।
दोनों ठगों ने हजीरा के चार शहर का नाका स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम बूथ पर एक सितंबर को रुपये निकालने के लिए आई संगीता खोईया को बातों में उलझाकर उनका एटीएम कार्ड बदल लिया था और एक्सपायरी डेट का कार्ड थमा दिया था। फिर उनके खाते से 3600 रुपये निकाल लिए थे। दोनों राजस्थान के धौलपुर से आकर यहां वारदात कर रहे थे।
धोखाधड़ी को ऐसे देते थे अंजाम
- जब संगीता रुपए निकालने आई, तो पीछे से यह भी एटीएम बूथ पर घूस गए थे।
- महिला ने कार्ड डाला तो मशीन बंद मिली, फिर मदद के बहाने कार्ड ले लिया।
- ATM पिन लेकर एक-दो बार खुद भी पैसे निकालने कोशिश का नाटक किया।
- इसके बाद असली कार्ड अपने पास रख महिला को एक्सपायरी कार्ड थमा दिया।
- महिला के जाते ही असली कार्ड का इस्तेमाल किया और 3600 रु. निकाल लिए।
- महिला को बाद में धोखाधड़ी का अंदाज हुआ, तो पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
कैमरों की मदद से पकड़ में आए आरोपी
सीएसपी नागेंद्र सिंह सिकरवार और उनकी टीम ने कैमरे देखे, जिसमें नीले रंग की अपाचे से आरोपी दिखे। यही आरोपी सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम पर बुधवार को पहुंचे। यहां घेराबंदी कर शमशेर पुत्र जुम्मा खान, निवासी मदीना कॉलोनी, धौलपुर और शमशाद पुत्र शहजाद खान, निवासी सागर पाड़ा धौलपुर को पकड़ लिया।
वारदात कर शहर छोड़ देते हैं, 28 एटीएम कार्ड बरामद
आरोपित वारदात करने के बाद शहर छोड़ देते हैं। इनके पास से अलग-अलग बैंक के 28 एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं। इन्होंने बताया कि पीछे से बूथ में जाकर सबसे पहले पासवर्ड देखते हैं, फिर कार्ड बदलते हैं। कार्ड इन्हें जेबकतरों से मिलते हैं। जिन्हें बदलकर ठगी करते हैं।