छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में आम यात्री की तरह चढ़ी रेलवे विजिलेंस टीम, वसूली कर रहे दो टीटीई को पकड़ा
यह जांच शिकायत पर की गई है। ट्रेन में ड्यूटी कर रहे टीटीई लगातार यात्रियों से मोटी रकम वसूल रहे थे। मामला जब रेलवे बोर्ड में पहुंचा तो बोर्ड ने न केवल इसे गंभीरता से लिया, बल्कि एक विशेष टीम बनाई। हालांकि यह टीम सीधे बिलासपुर न आकर पहले कोलकाता पहुंची।
गीतांजलि और आजाद हिंद एक्सप्रेस में दबिश
वहां गीतांजलि एक्सप्रेस व आजाद हिंद एक्सप्रेस में दबिश दी और कुछ टीटीई रंगे हाथों पकड़ा। यहां कार्रवाई करने के बाद टीम शुक्रवार की सुबह बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। यहां उन्होंने डारमेट्री की बुकिंग कराई। उन्होंने दौरा पूरी तरह गोपनीय रखा। यही कारण है कि यहां उनके पहुंचने की भनक किसी को नहीं थी।
आम यात्री की तरह ट्रेन में पहुंचे
दोपहर को डारमेट्री से छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में आम यात्री की तरह पहुंचे। बिलासपुर से ट्रेन छूटने के कुछ देर बाद प्रत्येक कोच में जाकर नजर रखने लगे। जब उन्हें टीटीई के द्वारा वसूली करने की पुष्टि हो गई। उन्होंने परिचय दिया और बुबुन सिंह नाम के टीटीई की जांच की।
जांच में उन्हें टीटीई के पास से 1500 रुपये अतिरिक्त मिले। अतिरिक्त राशि की पुष्टि इसलिए हुई क्योंकि ड्यूटी पर जाने से पहले प्रत्येक टीटीई को अपने पास रखे रकम का हिसाब देना होता है। जिसकी जानकारी भी अंकित रहती है।
टीटीई के पास चार हजार रुपये अतिरिक्त मिले
इसके बाद एक दूसरे टीटीई के पास पहुंचे और जब उनकी जांच की गई तो चार हजार रुपये अतिरिक्त मिले। इस पर दोनों के खिलाफ प्रकरण भी बनाया गया है। इस ट्रेन से टीम गोंदिया तक जांच करती गई और वापसी में गोंदिया स्टेशन से बिलासपुर स्टेशन तक अहमदाबाद- हावड़ा एक्सप्रेस में जांच करते आए।