नागपंचमी आज: भक्त करेंगे नाग देवता का अभिषेक, बिलासपुर के इन मंदिरों में विशेष पूजन
नागपंचमी के दिन कालसर्प दोष निवारण के लिए विशेष पूजा-अर्चना भी की जाएगी। भक्तजन अपने पितरों के निमित्त तर्पण करेंगे और धार्मिक स्थलों पर जाकर पूजा करेंगे। शिव और साध्य योग के साथ नाग पूजा से शिव की विशेष कृपा प्राप्त होगी।
HIGHLIGHTS
- शिवालयों में पूजा-अर्चना करने होगी भीड़
- संस्कारधानी में महापर्व को लेकर उत्साह
- सनातन धर्म में इस दिन का विशेष महत्व
बिलासपुर :- नागपंचमी का पर्व कल शुक्रवार को मनाया जाएगा। सनातन धर्म में इस दिन का विशेष महत्व है। इस दिन नाग देवता की पूजा की जाती है और सुख-समृद्धि व खुशहाली के लिए प्रार्थना की जाती है। भक्त इस दिन नागदेवता का अभिषेक करते हैं। शिवालयों में पूजा-अर्चना करने बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ेगी। शहर में उत्सव मनेगा। सावन माह के चलते इस दिन शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ेगी। लोग शिवलिंग पर दूध, फूल और नाग-नागिन की प्रतिमाएं चढ़ाएंगे।
व्यंकटेश मंदिर में भगवान को झूला झुलाने की परंपरा भी इस दिन से शुरू होगी। शाम छह बजे से भगवान को झूले पर बिठाया जाएगा और भजन-कीर्तन का आयोजन होगा। इसके बाद भगवान को खीर-पूरी का भोग लगाकर उन्हें लोरी सुनाई जाएगी।
चौरसिया समाज के कुल देवता
चौरसिया समाज के लिए यह दिन खास है, क्योंकि नाग को उनके कुल देवता के रूप में पूजा जाता है। इस दिन विशेष पकवान जैसे दाल-बाटी और चूरमा बनाकर वितरण किया जाएगा। नागपंचमी पर इन सभी आयोजनों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ेगी। जिससे पूरे शहर में धार्मिक उत्साह का माहौल रहेगा।
ई-संदेश के जरिए शुभकामनाएं
न्यायधानी में नागपंचमी का उत्साह एक दिन पहले से प्रारंभ हो गया है। इंटरनेट मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को बधाई व शुभकामनाएं संदेश भेज रहे हैं। नागदेवता की एक से बढ़कर एक फोटो के साथ लोग अपने पुरानी तस्वीरों को भी शेयर कर रहे थे।
शहर में प्रमुख आयोजन
आयोजन समय स्थान
शिव मंदिर पूजा प्रातः छह बजे से विभिन्न शिव मंदिरों में
व्यंकटेश मंदिर शाम 6 बजे से व्यंकटेश मंदिर
कालजयी मंदिर सुबह 10 बजे से नेहरू चौक
कालसर्प दोष पूजा दिनभर विभिन्न धार्मिक स्थल