Mobile Traffic Plans: प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों ने बढ़ाया टैरिफ प्लान, तो याद आया पुराना साथी BSNL
प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों ने इस महीने से अपने टैरिफ प्लान 30 से 40 प्रतिशत बढ़ा दिए हैं। इसके बाद उपभोक्ता अब मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी के जरिए बीएसएनएल की ओर रुख कर रहे हैं। कुछ लोग बीएसएनएल की नई सिम भी खरीद रहे हैं। कुल मिलाकर प्राइवेट कंपनियों द्वारा बढ़ाए गए टैरिफ प्लान का सीधा फायदा बीएसएनएल को मिल रहा है।
HIGHLIGHTS
- जुलाई से प्राइवेट कंपनियों ने मोबाइल रिचार्ज कर दिया महंगा।
- इसके बाद मोबाइल यूजर्स कर रहे है बीएसएनएल का रुख।
- इंदौर में ही हर दिन 350-400 उपभोक्ता सिम खरीद रहे हैं।
Mobile Traffic Plans: कपिल नीले, इंदौर:- एक जुलाई से निजी टेलीकॉम कंपनियों के नए टैरिफ प्लान लागू हो गए हैं। दरों में तीस से चालीस फीसद तक वृद्धि हुई है। अचानक दाम बढ़ने से इंटरनेट उपभोक्ता कंपनियों की नीति से खफा हैं और इंटरनेट मीडिया पर कंपनियों की मनमानी को लेकर अभियान छेड़ रखा है।
दाम बढ़ाए जाने से नाराज उपभोक्ताओं ने एक बार फिर सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल का दामन थमा लिया है। कंपनी पर भरोसा जताते हुए उपभोक्ता अपना नंबर पोर्ट (पोर्टेबिलिटी सुविधा) करवा रहे हैं। बीते दस दिनों में कंपनी की 4जी की नई सिम की बिक्री बढ़ गई है।
अकेले इंदौर संभाग में पोर्टेबिलिटी सुविधा का लाभ लेने वालों की संख्या करीब सात हजार बताई जा रही है। जबकि प्रदेशभर में यह आंकड़ा तीस हजार पार पहुंच गया है। अधिकारियों के मुताबिक जहां रोजाना सिर्फ 10-15 सिम अलाट होती थीं, वहीं इन दिनों 350-400 सिम क्षेत्रीय कार्यालयों से बिक रही हैं।
घट गए थे उपभोक्ता
वर्ष 2012 में भारत के कोलकाता से 4जी सेवा की शुरुआत हुई। 2014 तक देशभर के अधिकांश शहरों में 4जी सेवा पहुंच गई। शुरुआती दौर में कुछ निजी कंपनियों ने 4जी इंटरनेट स्पीड मुफ्त दी। तब बीएसएनएल 3जी सेवा दे रहा था।
4जी की स्पीड के लिए उपभोक्ता निजी कंपनियों की सेवा लेने लगे। इस कारण बीएसएनएल उपभोक्ताओं की संख्या लगातार गिरने लगी। जहां इन दिनों निजी कंपनियां 5जी सेवा को लेकर तैयारी में जुटी हैं, वहीं सरकारी कंपनी 4जी सेवा का विस्तार कर रही है। इंदौर में वर्तमान में एक लाख 80 हजार मोबाइल उपभोक्ता हैं।
मार्च से 4जी सिम की बिक्री
बीते दस सालों से निजी कंपनियों से तगड़ी प्रतिस्पर्धा मिलने से रेंग रही बीएसएनएल ने फरवरी-मार्च 2024 से सेवाओं में विस्तार शुरू किया है। काल ड्राप और नेटवर्क बैरियर की समस्या का समाधान निकालने के लिए टावर अपग्रेड करने का काम किया जा रहा है।
मार्च-अप्रैल के बीच 370 टॉवर बदले गए हैं। ये टावर 4जी-5जी सेवा को सपोर्ट करने वाले हैं। इंदौर जिले में 370 टावर अपग्रेड हो चुके हैं। यहां तक कि शहर से निकाले गए टावरों को गांवों में लगाया है। उपकरण बदलने के साथ ही कंपनी ने 4जी सिम की बिक्री मार्च से शुरू कर दी। जून तक मौजूदा उपभोक्ताओं ने ही अपनी-अपनी 3जी सिम को 4जी में तब्दील किया है। बल्कि जुलाई से नए उपभोक्ता कंपनी से जुड़े हैं।
कंपनी का नया टैरिफ प्लान नहीं
निजी कंपनियों के नए टैरिफ प्लान आने से बीएसएनएल को फायदा हुआ है। इसके चलते कंपनी ने अपने नए टैरिफ प्लान के बारे में विचार नहीं किया है। अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि कंपनी प्लान में किसी भी तरह का बदलाव नहीं कर रही है। बल्कि 4जी टावरों की संख्या बढ़ाने की बात हो रही है।