रामनवमी पर इन शुभ मुहूर्त में करें भगवान राम की पूजा
नवरात्र की महाअष्टमी मंगलवार को देशभर में मनाई जा रही है। महाष्टमी को कई परिवार कन्या पूजन के साथ जागरण का आयोजन करते हैं। इसके साथ ही 17 अप्रैल को रामनवमी पर देवी मंदिरों में हवन-पूजन की तैयारियां शुरु हो गई हैं। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि भगवान विष्णु के सातवें अवतार प्रभु श्रीराम का जन्म चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि, कर्क लग्न, अभिजीत मुहूर्त और पुनर्वसु नक्षत्र में हुआ था। इस दिन चैत्र नवरात्र का आखिरी दिन होता है।
बेहद शुभ योगों में मनाई जाएगी राम नवमी 2024
नौ दिनों तक नवरात्र पर शक्ति की उपासना की जाती है, फिर नवरात्र के नौवें दिन धूमधाम के साथ मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस वर्ष रामनवमी पर बहुत ही शुभ रवि योग बनने जा रहा है। ज्योतिष शास्त्र में रवि योग को बहुत शुभ माना गया है। इस योग में सूर्य का प्रभाव होने से सभी तरह के कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। रवि योग में धर्म-कर्म करने के साथ-साथ पूजा-पाठ भी की जाए, तो सुख-समृद्धि आती है। साथ ही मान-सम्मान भी प्राप्त होता है।