कैंसर, अप्लास्टिक एनीमिया जैसी गंभीर बीमारी का इलाज हो रहा होम्योपैथी से
होम्योपैथी से इलाज को लेकर आज भी लोगों में कई प्रकार की भ्रांतियां हैं। उन्हें ऐसा लगता है कि यह पैथी स्लो है और इससे मरीज को ठीक होने में समय लग जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं है। एलोपैथी, आयुर्वेद के साथ ही अब इस पैथी से भी इलाज करवाने वालों की संख्या बढ़ रही है। कोरोनाकाल के बाद होम्योपैथी के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ने लगा है।
पहले जहां बुजुर्ग ही इस पैथी से इलाज करवाते थे, अब बच्चे और बड़ी संख्या में युवा भी इस पैथी को अपनाने लगे हैं।सिकलसेल, अप्लास्टिक एनीमिया जैसी गंभीर बीमारियों के मरीज भी होम्योपैथी से इलाज करवा रहे हैं। खास बात है कि इसकी दवा का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि होम्योपैथी चिकित्सा में लगातार हो रहे रिसर्च के परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। हमारे शहर में इस पैथी से इलाज के लिए अन्य प्रदेश गुजरात, राजस्थान, बिहार, झारखंड आदि से भी मरीज आने लगे हैं।