Breaking Newsछत्तीसगढ

GNY : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ऑनलाइन ट्रांसफर की रकम, पशुपालक, किसानों, भूमिहीनों को मिला गोधन न्याय योजना का लाभ

रायपुर, 21 जनवरी। GNY : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 1 जनवरी से 15 जनवरी तक गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय 2.13 लाख क्विंटल गोबर के एवज में उनके खाते में 4 करोड़ 27 लाख रुपए की राशि ऑनलाइन अंतरित की।

गौठान समितियों को 2.23 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। महिला समूहों के खाते में 01 करोड़ 53 लाख रुपए की लाभांश राशि अंतरित की गई. छत्तीसगढ़ में 20 जुलाई 2020 से गोधन योजना शुरु हुई है. योजना में 2 रुपए प्रति के किलो की दर से अब तक 100.86 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की गई।

गोबर विक्रेताओं को अब तक 201.72 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को अब तक 175.64 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। इस तरह गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को अब तक 395.35 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया।

इस बार भी 1 से 15 जनवरी 2023 पखवाड़े में गोबर खरीदी के लिए प्रदेश के स्वावलंबी गौठानों ने कृषि विभाग की तुलना में अधिक राशि का भुगतान किया। गोबर विक्रेताओं को आज भुगतान की गई 4.27 करोड़ रुपए की राशि में से 2.52 करोड़ रुपए का भुगतान 4690 स्वावलंबी गौठानों ने अपने संसाधनों से और 1.75 करोड़ रुपए का भुगतान कृषि विभाग द्वारा किया गया।

स्वावलंबी गौठानों द्वारा अब तक 37.71 करोड़ रुपए के गोबर की खरीदी की गई है. गौठनों में अब तक 4 रुपए लीटर में 1 लाख 20 हजार 171 लीटर गौमूत्र खरीद गया है। गौमूत्र से बनाए गये कीटनाशक ब्रम्हास्त्र और वृद्धिवर्धक जीवामृत की बिक्री से महिला स्व सहायता समूहों को 23.98 लाख रुपए की आय हुई।

पैरा दान की अपील पर किसानों ने गौठानों में 15.68 लाख क्विंटल पैरा दान किया गया. गोबर से अब तक 27 लाख क्विंटल से अधिक कम्पोस्ट का उत्पादन हुआ है. गोधन न्याय योजना से 3 लाख 98 हजार से अधिक ग्रामीण लाभान्वित हुए है। राज्य में स्वीकृत 10 हजार 921 गौठानों में से 9596 गौठान निर्मित है।

गौठानों में आय मूलक गतिविधियों से महिला स्व-सहायता समूह ने अब तक 105.18 करोड़ रुपए की आय अर्जित की। गौठनों में 11 हजार 477 महिला स्वसहायता समूहों की 1 लाख 31 हजार 898 महिलाएं कार्यरत हैं।

grabaticindia

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button