शरद पूर्णिमा आज, जानिए चंद्रोदय का समय और कब मनाई जाएगी स्नान दान पूर्णिमा
इंदौर :- शरद पूर्णिमा का पर्व बुधवार को परंपरागत रूप से मनाया जाएगा। मंदिरों और सामाजिक संगठनों द्वारा पूर्णिमा के अवसर पर भगवान को भोग के रूप में खीर अर्पित करने के साथ-साथ भक्तों में वितरित की जाएगी। इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा।
शरद उत्सव मनाने का सिलसिला एक सप्ताह तक चलता है। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सनातन धर्म मंडल में शरद पूर्णिमा पर डेढ़ क्विंटल खीर का प्रसाद वितरित करने के साथ डांडिया कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है।
स्थानीय अचलेश्वर मंदिर पर खीर के प्रसाद वितरण सोमवार 21 अक्टूबर को होगा। मंदिर संचालन समिति द्वारा 30 क्विंटल खीर के वितरण की व्यवस्था की जा रही है।
कब से शुरू होगी पूर्णिमा तिथि
- अश्विन माह की पूर्णिमा तिथि का आरंभ 16 अक्टूबर, रात्रि आठ बजकर 41 मिनट पर होगा। पूर्णिमा तिथि 17 अक्टूबर शाम चार बजकर 55 मिनट पर रहेगी। इसलिए शरद पूर्णिमा का पर्व 16 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
- चन्द्रोदय का समय पांच बजकर पांच मिनट रहेगा। स्नान दान पूर्णिमा 17 को मनेगी। शरद पूर्णिमा पर सुबह मंदिरों में भगवान का श्वेत वस्त्रों से श्रृंगार किया जाता है। शाम को भगवान को मेवायुक्त व केशरयुक्त खीर का भोग लगेगा।
- भगवान को भोग लगाने के बाद भक्तों में खीर का वितरण किया जाएगा। इस अवसर पर कई स्थानों पर रंगारंग डांडिया नृत्य भी आयोजित होता है। शरद पूर्णिमा के साथ ही शरद ऋतु की शुरुआत मान ली जाती है।
कहीं-कहिं 17 अक्टूबर को मनेगी शरद पूर्णिमा
ग्वालियर में जिला कोर्ट के पुराने भवन के पास स्थित श्री गिर्राज मंदिर के मुख्य पुजारी मनोज बुधौलिया ने बताया कि मंदिर पर शरद पूर्णिमा का पर्व 17 अक्टूबर गुरुवार को मनाया जाएगा। भगवान का भोग लगाकर दो क्विटंल दूध की खीर श्रद्धालुओं में वितरित की जाएगी। बुधवार को शरद पूर्णिमा पर भगवान का विशेष श्रृंगार होगा और खीर का भोग लगेगा।
अचलेश्वर मंदिर पर शरदोत्सव 21 अक्टूबर को मनेगा
इसी तरह, अचलेश्वर मंदिर में शरदोत्सव 21 अक्टूबर सोमवार को मनाया जाएगा। बुधवार को भी देवाधिदेव महादेव को खीर का भोग लगेगा। मंदिर के प्रबंधक वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि 30 क्विटंल खीर बनवाकर प्रसाद के रूप में वितरित की जाएगी।
इसके साथ ही 50 रुपये के कूपन से खीर का प्रसाद भी ले सकते हैं। पैकिंग में लगभग आधा किलो खीर होगी। इसके साथ ही सोमवार को मंदिर पर विशेष सजावट की जाएगी।