सागर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव : बुंदेलखंड में निवेश की अमृत वर्षा, 9000 करोड़ रुपये से ज्यादा के प्रस्ताव आए
सागर:- सागर संभागीय मुख्यालय पर शुक्रवार को रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। कॉन्क्लेव का उद्घाटन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव ने किया। मंत्री, विधायक समेत अनेक गणमान्यजन सीएम के साथ मंच पर मौजूद हैं। आयोजन पीटीसी ग्राउंड में किया जा रहा है। इस कॉन्क्लेव में देश और विदेश के 4500 से अधिक उद्यमियों ने अपना पंजीयन कराया है। इसमें उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों से 60 से अधिक उद्योगपति भी शामिल हैं। इससे पहले प्रदेश में अगस्त में ग्वालियर, जुलाई में जबलपुर और फरवरी में उज्जैन में कॉन्क्लेव हो चुके हैं।
निवेश सुविधा केंद्रों का शुभांरभ
उद्घाटन सत्र के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सिंगल क्लिक के माध्यम से सागर में एमपीआईडीसी के रीजनल ऑफिस का भूमिपूजन एवं संभाग के 6 इन्वेस्टमेंट फैसिलिटेशन सेंटर्स का शुभारंभ किया। इसके साथ-साथ उन्होंने एपीआईडीसी कोयम्बटूर (तमिलनाडु) के कार्यालय का भी वर्चुअल शुभारंभ किया।
आएगा भरपूर निवेश
इस एकदिवसीय आयोजन में खनिज, पर्यटन, नवकरणीय उर्जा, पेट्रोल केमिकल्स, प्लास्टिक, खाद्य प्रसंस्करण, डेरी और फर्नीचर निर्माण, टेक्सटाइल, आईटी, डेटा सेंटर के क्षेत्र में निवेश के प्रस्ताव आए। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में उद्योगपतियों ने बुंदेलखंड क्षेत्र में 9000 करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव सामने रखे। इनके फलीभूत होने पर करीब 30000 लोगों को रोजगार मिलेगा। सम्मेलन के अंत में ओडीओपी पर कार्यशाला आयोजित की जाएगी।
कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उद्यमियों से चर्चा कर बुंदेलखंड में निवेश करने के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे। शुभारंभ सत्र में देश के प्रमुख उद्योगपतियों राज्य में निवेश के प्रति अपने विचार रखे।
मुख्यमंत्री उद्योगपतियों से करेंगे संवाद
इस कॉन्क्लेव के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और एमपी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के अधिकारी विभिन्न् कंपनियों के डेलिगेट्स से राउंड टेबल पर बुंदेलखंड में विकास की संभावना और उद्योगों को लेकर चर्चा करेंगे। वन-टू-वन संवाद भी होगा।
होंगे सेक्टोरल-सत्र
कॉन्क्लेव में विभिन्न सेक्टोरल-सत्र आयोजित किये जायेंगे। इसमें पेट्रोकेमिकल, प्लास्टिक एवं संबधित सेक्टर को लेकर बीना रिफाइनरी से संबंधित विषय पर मुख्य फोकस होगा। इसके अलावा कृषि, खाद्य प्रसंस्करण और डेयरी क्षेत्र, एमएसएमई एवं स्टार्टअप, कुटीर उद्योग को लेकर सेक्टोरल सत्र होगा, जिसमें मुख्य फोकस-बीड़ी उद्योग पर होगा।
रिन्यूएबल एनर्जी, टेक्सटाइल व टेक्निकल टेक्सटाइल पर दो राउंड-टेबल सत्र होंगे। एक ज़िला-एक उत्पाद (ओडीओपी) से संबंधित कार्यशाला और स्थानीय समस्याओं के आईटी आधारित समाधान के लिए हैकाथॉन का आयोजन भी शामिल हैं।
कुटीर उद्योग पर फोकस
कॉन्क्लेव का मुख्य फोकस स्थानीय कुटीर उद्योग पर है। इसमें बीड़ी उद्योग पर आधारित पृथक सेशन में विस्तृत कार्य-योजना पर चर्चा की जाएगी। ‘एक ज़िला-एक उत्पाद’ में सागर संभाग के सभी जिलों के स्थानीय उत्पादों की विश्व स्तरीय गुणवत्ता, विपणन एवं प्र-संस्करण सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी।
पीटीसी मैदान पर भव्रू पंडाल
कॉन्क्लेव के लिए पीटीसी ग्राउंड में विशाल व भव्य पंडाल बनाया गया है। इनमें निवेशकों के अलावा विभागीय अफसर सहित उद्योगपति शामिल हैं। इनके भोजन की व्यवस्था पीटीसी मैदान पर ही की गई है। भोजन की जिम्मेदारी पर्यटन निगम को दी गई है।
इस काम को पर्यटन निगम के अफसर ही देख रहे हैं। जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री के साथ उद्योगपतियों को भी बुंदेली व्यंजन परोसे जाएंगे। मुख्यमंत्री करीब तीन सौ लोगों के साथ भोज करेंगे। भोजन में कढ़ी, बरा, सीरा, सफेद तिल के बिजौरा सहित कोदो, ज्वार व कुटकी व जवार की रोटियां परोसी जाएंगी।
शहर के सभी होटल बुक
काॅन्क्लेव को लेकर शहर के सभी होटल बुक हैं। अतिथियों की संख्या ज्यादा होने से कुछ कमरों में अतिरिक्त गद्दे लगवाए जा रहे हैं। अभी भी अतिथि आ रहे हैं। हालांकि कांक्लेव में आने वाले ज्यादातर मेहमानों का आना अभी भी बाकी है।
होटल्स के अलावा शासकीय रेस्ट हाउस, गेस्ट हाउस सहित अन्य भवनों में भी मेहमानों की व्यवस्था की गई है। रीजनल कॉन्क्लेव के चलते शहर की यातायात व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है। आयोजन स्थल के आसपास दिन में यातायात को डायवर्ट किया गया है। वाहन पार्किंग के लिए पीटीसी ग्राउंड के पास सेना के मैदान सहित अन्य जगह वाहनों की व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं।