मशरूम की बढ़ती लोकप्रियता, खेती किए गए मशरूम की तुलना में प्राकृतिक रूप से उगे मशरूम की डिमांड अधिक
बिलासपुर:- बिलासपुर में मशरूम प्रेमियों की कोई कमी नहीं है, और इसकी मांग महंगे रेस्तरां से लेकर स्ट्रीट फूड तक लगातार बनी हुई है। वर्तमान समय में मशरूम को सुपर फूड के रूप में देखा जा रहा है, जो मुख्य रूप से प्रोटीन, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट की प्रचुर मात्रा के कारण है। जहां मशरूम के शौकीन लोग खरीदारी कर रहे हैं। व्यापारियों ने बताया कि इस समय पैरा मशरूम और डिलवा मशरूम की मांग में तेजी आई है। इस बढ़ती मांग ने न केवल व्यापारियों को फायदा पहुंचाया है, बल्कि मशरूम प्रेमियों के लिए भी यह एक खुशी का कारण बन गया है।
साल के इसी समय मिलते हैं ये मशरूम
मशरूम विक्रेता दिलीप गोरे बताते हैं कि देसी किस्म के पैरा मशरूम और डिलवा मशरूम अगस्त से लेकर नवंबर के बीच ही बाजार में उपलब्ध होते हैं। इसके बाद इस प्रजाति के मशरूम आने बंद हो जाते हैं। सीजनल होने के चलते लोग इन्हें खाना अधिक पसंद करते हैं और इनकी डिमांड बनी रहती है।
जिले के बाहर से भी आ रहे मशरूम
आर्गेनिक तरीके से उगे मशरूम की मांग बेहद अधिक है। इसके लिए व्यापारी सारंगढ़, कोटा, जांजगीर-चांपा आदि के ग्रामीण क्षेत्रों से हर दिन सैकड़ों किलो मशरूम मंगा रहे हैं। ज्वाली पूल के पास मशरूम बेच रहे विक्रेता दिनेश गोरे बताते हैं कि वह रायगढ़-सारंगढ़ क्षेत्र से हर दिन 100 किलो तक मशरूम मंगाते हैं, जिसे वह और उनके सहयोगी शहर के विभिन्न क्षेत्रों में दिन भर में बेचते हैं।