इंदौर बना आईटी कंपनियों की पहली पसंद… मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव बोले – मप्र में बेहतर वातावरण और सुविधाएं
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने इंदौर में आईटी कंपनी काॅग्निजेंट के कार्यालय का शुभारंभ किया। कंपनी ने ब्रिलियंट टाइटेनियम में 500 लोगों की क्षमता का कार्यालय आरंभ किया है। इस अवसर पर सीएम ने कहा कि मप्र सरकार का प्रयास है कि युवाओं के लिए नए अवसर पैदा करे।
HIGHLIGHTS
- सीएम डॉ मोहन यादव बोले- इंदौर में इंफ्रास्ट्रक्चर और कुशल प्रतिभाएं।
- आइटी कंपनियों को बेहतर वातावरण, सुविधाएं देने को सरकार है तत्पर।
- मुख्यमंत्री ने किया इंदौर में आईटी कंपनी काॅग्निजेंट के कार्यालय का शुभारंभ
इंदौर:- विगत कुछ वर्षों से आइटी कंपनियों का रुझान इंदौर की तरफ बढ़ा है, इसलिए यहां कई कंपनियां अपने कार्यालय शुरू कर रही हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को एक और उपलब्धि जुड़ गई, जब ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव ने आईटी कंपनी काॅग्निजेंट के कार्यालय का शुभारंभ किया।
काग्निजेंट ने इंदौर को चुना
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर और कुशल प्रतिभाओं के कारण इंदौर देश और दुनिया की आइटी कंपनियों की पहली पसंद बनकर उभरा है। प्रदेश में आईटी कंपनियों को बेहतर वातावरण और सुविधाएं प्रदान करने के लिए सरकार सदैव तत्पर है। यह हमारे लिए बेहद खुशी की बात है कि काग्निजेंट ने अपने नए केंद्र के शुभारंभ के लिए इंदौर को चुना है।
मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार व्यवसायों के लिए नए-नए अवसर पैदा करने के लिए अटल है।
उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि इनोवेशन एवं टेक्नोलाॅजी के लगातार विकास से प्रदेश को देश के अलग डिजिटल केंद्र के रूप में आगे बढ़ाते हुए युवाओं के लिए नए अवसर पैदा करें।
उन्होंने कहा कि 18वीं और 19वीं सदी खाद्य और कपास से आर्थिक विकास से जुड़ी थी। 20वीं सदी में पेट्रोकेमिकल से आर्थिक विकास का दौर रहा।
सीएम डाॅ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि अब 21वीं सदी का दौर बौद्धिक युग का दौर है।
इस अवसर पर नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, काग्निजेंट अमेरिका के ईवीपी एवं अध्यक्ष सूर्या गुम्मादी आदि उपस्थित रहे।
स्थानीय प्रतिभाओं को मिलेंगे अवसर
काॅग्निजेंट ने ब्रिलियंट टाइटेनियम में 500 लोगों की बैठक क्षमता का केंद्र बनाया है। हाइब्रिड माॅडल अपनाने से यहां 1250 एसोसिएट काम कर सकते हैं। कंपनी दुनियाभर में बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं, बीमा, संचार मीडिया, निर्माण, ऊर्जा सहित अलग-अलग उद्योगों के 30 ग्राहकों को अपनी सेवाएं प्रदान करती है। इस कार्यालय के शुभारंभ से स्थानीय प्रतिभाओं के लिए नए-नए अवसर पैदा होंगे। मुख्यमंत्री ने कई युवा कर्मचारियों से चर्चा की, तो यह सामने आया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में रहने वाले युवाओं को यहां अवसर मिला है।
शिक्षा का दान सबसे बड़ा दान है- डाॅ. यादव
शिक्षा का दान सबसे बड़ा दान है। ईश्वर की सच्ची पूजा वंचित वर्गों की सेवा व उनके कल्याण के कार्य करना हैं। सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को लेकर शिक्षा का प्रसार किया जाना चाहिए। जो संस्थाएं ऐसे कार्यों में लगी हैं उनके कार्य सराहनीय हैं। उक्त विचार मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव ने डीपीएस स्कूल राऊ में आयोजित एक समारोह के दौरान व्यक्त किए। इस दौरान नगरीय विकास व आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट आदि मौजूद थे।
गुरुदेव शिक्षा केंद्र का उद्घाटन
मुख्यमंत्री डाॅ. यादव ने कमजोर वर्ग के लिए स्कूल में बने गुरुदेव शिक्षा केंद्र का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सेवा और दान के सुख और आनंद को शब्दों में परिभाषित करना कठिन है। सेवा व दान का आनंद और सुख आत्मिक अनुभूति का विषय है। दान व सेवा का सुख और आनंद की अनुभूति हम कर्म करके ही प्राप्त कर सकते हैं। इसके बाद विद्यार्थियों को गणवेश व पठन-पाठन सामग्री वितरित की गई। यहां उन्होंने पौधारोपण भी किया। शिक्षा केंद्र की डीन मेघा मुक्तिबोध ने एक यात्रा सपने से अपनों तक के माध्यम से गुरुदेव शिक्षा केंद्र के बारे में जानकारी दी।