दिल्ली कोचिंग सेंटर मामले में पुलिस ने बेसमेंट मालिक समेत 5 अन्य को किया गिरफ्तार, छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी
घटनाक्रम दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर (UPSC Aspirants Death News LIVE) का है। यहां नाला जाम होने के कारण बारिश का पानी सड़क पर भर गया और फिर अचानक बेसमेंट में घुस गया। जिस समय तेजी से पानी घुसा, उस समय बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में 35 छात्र-छात्राएं मौजूद थे।
HIGHLIGHTS
- हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए
- घटना के विरोध में आज छात्रों का प्रदर्शन
- BJP ने आम आदमी पार्टी पर लगाए आरोप
ब्यूरो, नई दिल्ली (Delhi Basement Flood):- राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से 2 छात्राओं समेत तीन की मौत पर हंगामा जारी है। सोमवार को यह मुद्दा संसद में भी उठा। वहीं पुलिस ने बेसमेंट के मालिक समेत पांच अन्य को गिरफ्तार किया है। कोचिंग सेंटर के मालिक और कॉर्डिनेटर को रविवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
मृतकों में शामिल छात्रा श्रेया यूपी के आंबेडकर नगर की रहने वाली और सपा के प्रवक्ता धर्मेंद्र यादव की भतीजी थीं।
ताजा खबर यह है कि दिल्ली पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और कॉर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में दिल्ली पुलिस ने गैर इरादतन हत्या की धारा (नया कानून 105) में केस दर्ज किया है। अन्य कई को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
बेसमेंट में राहत तथा बचाव कार्य पूरा कर लिया गया है। इस बीच, सुबह से छात्रों का प्रदर्शन भी जारी है। सुबह दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल भी मौके पर पहुंचीं।
छात्रों का आरोप है कि उनके कुछ अन्य साथी लापता हैं जो हादसे के समय लाइब्रेरी में मौजूद थे। ऐसे ही एक छात्रा का नाम शुभ रंजन बताया गया है। आशंका है कि मृतक संख्या बढ़ सकती है।
5 मिनट में बेसमेंट की छत तक भर गया पानी, रस्सी फेंकी गई, लेकिन नजर नहीं आई
बेसमेंट की लाइब्रेरी में फंसे छात्रों में शामिल नकुल ने आपबीती सुनाई है। पानी से लबालब हो चुके बेसमेंट से जिंदा निकलने वाला नकुल आखिरी छात्र था।
नकुल ने बताया कि सभी छात्र लाइब्रेरी में थे। बारिश का पानी बहुत तेजी से बेसमेंट में घुसा। छात्र ऊपर आने के लिए सीढ़ियों की ओर भागे, लेकिन पानी का बहाव इतने तेज था कि सीढ़ियों पर चढ़ना मुश्किल हो रहा था।
बकौल नकुल, ‘अधिकांश छात्र-छात्राएं जैसे-तैसे निकल गए। जो फंस गए, उनको बचाने की कोशिश तेज हुई। बेसमेंट में छत की ऊंचाई 12 फीस है। पांच मिनट के अंदर छत तक पानी भर गया।’
‘हमें बचाने के लिए रस्सी फेंकी गई, लेकिन पानी गंदा होने के कारण हमें रस्सी नहीं दिखाई दी। मैं जैसे-तैसे बचकर बाहर निकला।’
बेसमेंट हादसे के तीनों मृतकों की पहचान
तान्या सोनी, तेलंगाना
श्रेया यादव, युपी
नेविन डालविन, केरल
हालात बिगड़े, तो कोचिंग सेंटर ने प्रशासन को सूचना दी
- कोचिंग सेंटर से कर्मचारी पहले खुद ही हालात काबू करने की कोशिश करते रहे।
- बाद में पुलिस- फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। एनडीआरएफ को भी बुलाया गया।
- बेसमेंट में अंधेरा होने के कारण बचाव कार्य में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
- एनडीआरएफ के गोताखोरों ने बेसमेंट में घुसकर छात्र-छात्राओं की तलाश शुरू की।
- करीब डेढ़ घंटे बाद दो छात्राओं के शव मिले। बाद में एक छात्र का शव और मिला।