BSNL News: बीएसएनएल की ओर रुख कर रहे मोबाइल उपभोक्ता
निजी कंपनियों द्वारा तीन जुलाई से मोबाइल रिचार्ज प्लान की कीमत में 20-25 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दिए जाने के बाद से लोगों को बीएसएनएल की याद आई। निजी कंपनियों के मोबाइल रिचार्ज की रेट बढ़ने से लोग परेशान हैं। ऐसे में मोबाइल उपभोक्ता सस्ता प्लान देने वाली बीएसएनएल की ओर रुख कर रहे हैं।
HIGHLIGHTS
- निजी कंपनियों द्वारा रिचार्ज प्लान की कीमत में बढ़ोत्तरी किए जाने के बाद बीएसएनएल ने पकड़ी रफ्तार
- शहर में रोजाना 150 से अधिक लोग बीएसएनएल की पोर्टेबिलिटी करा रहे हैं
- 72 से 96 घंटे का समय लगता है सिम के पोर्ट होने पर
ग्वालियर :- टेलीकाम के क्षेत्र में निजी कंपनियों की भीड़ में खुद को स्थापित करने के लिए संघर्ष कर रहे बीएसएनएल के प्रति मोबाइल यूजर का रुख बढ़ रहा है। निजी कंपनियों द्वारा तीन जुलाई से मोबाइल रिचार्ज प्लान की कीमत में 20-25 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दिए जाने के बाद से लोगों को बीएसएनएल की याद आई। निजी कंपनियों के मोबाइल रिचार्ज की रेट बढ़ने से लोग परेशान हैं। ऐसे में मोबाइल उपभोक्ता सस्ता प्लान देने वाली सरकारी कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की ओर रुख कर रहे हैं। ग्वालियर शहर में एक दिन में 150 मोबाइल उपभोक्ता निजी कंपनियों को छोड़कर बीएसएनएल की पोर्टेबिलिटी करा रहा है।
बीएसएनएल के कार्यालय में नंबर पोर्ट कराने वाले लोगों की भीड़ जुट रही है। जुलाई महीने में बीएसएनएल में अपना नंबर पोर्ट कराने व नये सिम लेने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पहले जहां बीएसएनएल की पोर्टेबिलिटी शून्य थी वहां अब सिम की बिक्री लगातार हो रही है। जबसे निजी कंपनियों ने मोबाइल रिचार्ज प्लान की दर बढ़ाने की घोषणा की है, तब से ही लोग अपने पुराने बंद पड़े बीएसएनएल के सिम की खोज खबर लेने कार्यालय पहुंच रहे हैं। जिनका सिम दूसरे को आवंटित नहीं किया गया है, उन्हें दिया जा रहा है। जिनका सिम पूरी तरह से बंद हो गया है, वे नये सिम ले रहे हैं।
काउंटर पर पहुंचकर जानकारी जुटा रहे उपभोक्ता
काउंटर पर पहुंचकर उपभोक्ता बीएसएनएल के टैरिफ प्लान की जानकारी ले रहे हैं। बीएसएनएल की सेवा ठीक नहीं होने से कई उपभोक्ता असमंजस में भी निजी कंपनियों के टैरिफ प्लान की रेट बढ़ने से बीएसएनएल में शिफ्ट हो रहे हैं, तो कई असमंजस में हैं। उनका कहना है कि बीएसएनएल की सेवा ठीक नहीं है। कई स्थानों पर नेटवर्क नहीं रहता है। उपभोक्ताओं का कहना है कि अगर बीएसएनएल अपनी सेवा दुरुस्त कर दे, तो निजी कंपनियों की मोनोपाली समाप्त हो जायेगी। साथ ही इससे बेहतर राजस्व की भी प्राप्ति होगी। बीएसएनएल के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही बेहतर नेटवर्क के साथ बीएसएनएल रफ्तार पकड़ेगा।
72 से 96 घंटे में सिम होती है पोर्ट
एक कंपनी से दूसरी कंपनी में जाने के लिए सिम को पोर्ट कराया जाता है। पोर्ट कराने में 72 से 96 घंटे का समय लगता है। इन दिनों सबसे ज्यादा बीएसएनएल की पोर्टेबिलिटी बढ़ी है।टेलीकाम टैरिफ बढ़ोतरी की घोषणा के बीच तीन जुलाई के बाद एक नया बीएसएनएल रिचार्ज प्लान भी लांच किया गया। इसने ग्राहकों को अधिक दिनों की वैधता और अधिक इंटरनेट डेटा की पेशकश की गई है। बीएसएनएल ने भारत में दूरसंचार उद्योग में मौजूदा योजनाओं के विकल्प की तलाश कर रहे ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए यह कदम उठाया है।
अपना नंबर बीएसएनएल में पोर्ट कैसे करें
भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) में पोर्ट करने के लिए, आपको एक प्रोसेस का पालन करना होगा जो आपको यूपीसी का उपयोग करके पोर्ट करने की सुविधा देता है। अपने मौजूदा दूरसंचार सेवा प्रदाता से अपने वर्तमान नंबर को पोर्ट करने का रिक्वेस्ट करने के लिए, आपको एक टेक्स्ट संदेश भेजना होगा और एक यूपीसी (यूनिक पोर्टिंग कोड) प्राप्त करना होगा।