CG Politics: कांग्रेस मुख्यालय में गुमनाम लेटर से मची खलबली, पार्टी में एक बार फिर सामने आई भितरघात, अंतर्कलह
लोकसभा चुनाव में कांगेस की छत्तीसगढ़ में करारी हार की समीक्षा के बीच गुमनाम पत्र से हड़कंप मच गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, पत्र में किसी का नाम नहीं है। इसलिए यह पत्र निराधार है। कांग्रेस के बड़े नेताओं को बदनाम करने की साजिश है।
रायपुर :- कांग्रेस मुख्यालय में सोमवार को गुमनाम पत्र ने खलबली मचा दी। इस गुमनाम पत्र में बड़े नेताओं को हार का जिम्मेदार ठहराया गया है। यह पत्र तब आया जब विधानसभा-लोकसभा में कांग्रेस की करारी हार के बाद नईदिल्ली की टीम हार के कारणों को तलाशने प्रदेश में दौरा कर रही थी।
दौरे के आखिरी दिन कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में गुमनाम पत्र ने एक बार फिर भितरघात, अंतर्कलह को ताजा कर दिया। पत्र भेजने वाले ने अपना नाम नहीं लिखा है और न ही हस्ताक्षर है। पत्र कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखा गया है। इसमें भूपेश बघेल सहित कई बड़े नेताओं को हार का जिम्मेदार ठहराया गया है। नईदुनिया इस पत्र की पुष्टि नहीं करता है।
पीसीसी के संचार विभाग ने पत्र को भाजपा की साजिश करार दिया है। पत्र में लिखा है कि भूपेश के अहंकार, जातिवाद, टिकट वितरण की वजह से कांग्रेस की यह स्थिति हुई। पत्र में यह भी जिक्र है कि भूपेश को इस स्थिति में पहुंचाने के लिए सिंहदेव, महंत, ताम्रध्वज, धनेंद्र, सत्यनारायण, अकबर आदि शामिल रहे।
बदनाम करने का षड्यंत्र
कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यह भाजपा की साजिश है। भाजपा के इशारों पर यह सब किया जा रहा है। भाजपा ने पार्टी को बदनाम करने के उद्देश्य से यह सब साजिश रची है।