17 साल की उम्र में ही रख दिया था राजनीति में कदम, तीन बार बने विधायक, 2014 में पहुंचे लोकसभा, ऐसा रहा ओम बिरला का सफर
ओम बिरला को एक बार फिर लोकसभा स्पीकर बनाया गया है। उन्हें ध्वनिमत से चुना गया। बिरला कोटा लोकसभा क्षेत्र से तीन बार के सांसद हैं। उन्हें 17वीं लोकसभा में भी अध्यक्ष बनाया गया था, साथ ही वे एक बार संसदीय सचिव भी रह चुके हैं।
Lok Sabha Speaker OM Birla डिजिटल डेस्क :- 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष लोकसभा ओम बिरला होंगे। पहले यह माना जा रहा था कि उन्हें सर्वसम्मति से लोकसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है, लेकिन विपक्ष ने के सुरेश को उम्मीदवार बना दिया। हालांकि, ओम बिरला ध्वनिमत से चुने गए। इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और किरण रिजिजू ने विपक्ष के नेताओं से उनके नाम पर सहमति बनाने के लिए चर्चा की थी।
कौन हैं ओम बिरला?
4 दिसंबर 1962 को जन्मे ओम बिरला ने 17 साल की उम्र से ही राजनीतिक पारी की शुरुआत कर दी थी। साल 2003 में उन्होंने कोटा साउथ विधानसभा से अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और कांग्रेस नेता शांति धारीवाल को हराकर विधानसभा पहुंचे थे।
ओम बिरला ने साल 2008 और 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में भी जीत हासिल की।
ओम बिरला पहली बार 2014 में कोटा-बूंदी लोकसभा क्षेत्र से पहला लोकसभा चुनाव लड़ा। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी इज्यराज सिंह को 2 लाख से अधिक वोटों से हराया था। 2019 में उन्होंने दोबारा चुनाव जीता और लोकसभा के अध्यक्ष बनाए गए।
वहीं 2024 में भी भाजपा ने उन पर तीसरी बार भरोसा जताया। इस बार उन्होंने 41 हजार 974 वोटों से कांग्रेस के प्रहलाद गुंजल को हराया।
ओम बिरला लंबे समय तक भाजपा युवा मोर्चा में रहे हैं। साथ ही राजस्थान का बड़ा वैश्य चेहरा भी है। एक बार संसदीय सचिव भी रह चुके हैं।
ओम बिरला पोस्ट ग्रेज्युएट हैं। उनके के परिवार में पत्नी, दो बेटे और दो बेटियांं हैं।