Bilaspur News: छुट्टियों के बाद स्कूलों में होगा धमाल, प्रवेशोत्सव में खास स्वागत, प्रदेश के स्कूल 26 जून को फिर से खुलने को तैयार
इस बार का प्रवेशोत्सव स्पेशल होने वाला है। चूंकि पहले 18 जून को स्कूल खुलने की प्लानिंग की गई थी, अब इसमें परिवर्तन किया गया है। सत्र के प्रारंभ से ही अध्ययन-अध्यापन के लिए बेहतर माहौल तैयार हो सके, इसके लिए जिला स्तर पर आवश्यक रूपरेखा तैयार कर लिया गया है।
बिलासपुर :- प्रदेश के स्कूल 26 जून को फिर से खुलने को तैयार हैं। गर्मियों की छुट्टियों के बाद बच्चों में स्कूल लौटने की खुशी उफान पर है। विशेष बात यह है कि स्कूलों में प्रवेशोत्सव भी मनाया जाएगा, जिसमें उत्कृष्ट पालकों को सम्मानित किया जाएगा। नवप्रवेशी छात्रों के लिए भी तिलक कर अभिनंदन की विधि होगी।
इस अवसर नि:शुल्क पाठयपुस्तक, यूनिफार्म और साइकिल भी दी जाएगी। बिलासपुर समेत अंचल के स्कूलों में इस अवसर के लिए जोरशोर से तैयारी चल रही है। इस बार का प्रवेशोत्सव स्पेशल होने वाला है। छात्र-छात्राओं को इसे यादगार बनाने के लिए विशेष प्रस्तुतियां भी की जा रही हैं। स्कूल परिसर भी सजेगा, जिससे छात्रों में उत्साह रहेगा।
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शंकर नगर की प्राचार्य सविता तिवारी की मानें तो शासन ने प्रवेशोत्सव को लेकर पहले ही गाइडलाइन जारी कर दी थी। चूंकि पहले 18 जून को स्कूल खुलने की प्लानिंग की गई थी, अब इसमें परिवर्तन किया गया है। सभी शालाओं में लगभग मरम्मत का काम भी पूरा हो गया है। साफ-सफाई से लेकर कक्षाओं को विशेष रूप से सजाया जाएगा।
शाला प्रवेश उत्सव का जोर-शोर से एवं व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए और यथासंभव बैनर-पोस्टर लगाए जाएंगे, रैली निकलेगी। गांवों में तथा शहरी वाडों में मुनादी कराई जाएगी। स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं शाला विकास समिति एवं पालकों को विशेष रूप से आमंत्रित भी किया। सत्र के प्रारंभ से ही अध्ययन-अध्यापन के लिए बेहतर माहौल तैयार हो सके, इसके लिए जिला स्तर पर आवश्यक रूपरेखा तैयार कर लिया गया है।
शाला त्यागी बच्चों पर फोकस
इस साल कक्षा पहली के बच्चों की सूची आंगनबाड़ी केंद्रों से प्राप्त की जाएगी और उन्हें स्कूल में प्रवेश देने की व्यवस्था की जाएगी। समान रूप से, कक्षा पांचवीं के उत्तीर्ण होने वाले बच्चों की सूची टीसी प्रधान पाठक से प्राप्त की जाएगी और कक्षा छठवीं में प्रवेश की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। शाला त्यागी बच्चों को पुनः शाला की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए प्रेरित करेगी।
100% उपस्थिति सुनिश्चित
आगामी तीन महीने में विद्यार्थियों और शिक्षकों के 100% उपस्थिति को सुनिश्चित किया जाएगा। प्रवेश उत्सव के लिए स्थानीय समुदाय, आंगनबाड़ी केंद्र, स्व-सहायता समूह, सेवानिवृत्त कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों से सहयोग प्राप्त किया जाएगा। इस अवसर पर, बच्चों को निश्शुल्क पाठ्यपुस्तकें, गणवेश, साइकिल और अन्य आवश्यक सामग्री प्रदान की जाएगी। नवप्रवेशी छात्रों का तिलक लगाकर अभिनंदन किया जाएगा और उत्कृष्ट पालकों का सम्मान किया जाएगा।