साइबर ठग ने रुपये निकाले तो दौड़कर बैंक पहुंचे और अकाउंट ब्लॉक कराया… नहीं तो सबकुछ गंवा बैठते
ग्वालियर:- साइबर ठगी की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही है। डिजिटल अरेस्ट की घटनाओं के बीच ग्वालियर में एपीके फाइल डाउनलोड कराकर बैंक खाते से 39 हजार रुपये निकालने का मामला सामने आया है।
गोविंदपुरी निवासी नरोत्तम कुमार दो दिन पहले नया मोबाइल खरीदा था। उन्हें नए मोबाइल में पेटीएम अपडेट करना था। पेटीएम एप अपडेट नहीं होने पर उसने हेल्प के लिए इंटरनेट से कस्टमर केयर का नंबर सर्च कर कॉल किया। यह नंबर ठग का था। उसने मदद के नाम पर कुछ औपचारिकता कराई।
39 हजार रुपये निकाल लिए
इसके बाद उनके बैंक अकाउंट से 39 हजार रुपये निकाल लिए। नरोत्तम कुमार ने आधा घंटे पहले ही एक बड़ा भुगतान कर दिया था, वरना लाखों रुपए की चपत लग जाती। ठगी का पता चलते ही सबसे पहले युवक ने अकाउंट ब्लॉक कराते हुए पुलिस को सूचना दी।
पेटीएम का कस्टमर केयर नंबर सर्च किया
नरोत्तम के अनुसार, इंटरनेट से पेटीएम के कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया और बातचीत की, तो फोन काल रिसीव करने वाले ने जल्द ही उनकी परेशानी का हल कराने का बोला। कुछ ही देर में बैंक अफसर का कॉल आने की बात कही। थोड़ी देर बाद फोन आया।
बैंक अफसर के नाम से वापस फोन आया
सामने वाले ने खुद को बैंक अफसर बताते हुए कहा कि उनके मोबाइल में टेक्निकल खामी आ गई है। अब उनको पेटीएम वापस डाउनलोड करना होगा। वेब लिंक से एपीके फाइल कराई डाउनलोड ठग ने एक वेब लिंक उन्हें भेजी और बताया कि इसे ओपन कर कुछ जानकारी शेयर कर दें, मोबाइल में एप्लिकेशन एक्टिवेट कर देंगे।
एपीके फाइल ओपन हुई थी
लिंक ओपन करते ही एपीके फाइल ओपन हुई और इसमें जानकारी दर्ज करते ही कॉल आया कि वह अपना फोन वापस स्टार्ट कर लें। जैसे ही मोबाइल को शुरू किया, तो अकाउंट से रुपए निकाले जाने के मैसेज आने लगे। नरोत्तम बैंक के पास ही थे।
बैंक पहुंचकर अकाउंट ब्लॉक कराया
पांच मिनट में बैंक पहुंच गए और खाता ब्लॉक कराया। नरोत्तम ने बताया कि वह बैंक से ही निकले थे, क्योंकि उनका पेटीएम काम नहीं करने पर उन्होंने बैंक से कुछ बड़े पेमेंट कर दिए थे। इसके चलते वह ठगों के शिकंजे में आने से बच गए।
बैंक से दूर होते तो पूरे रुपये निकल जाते
अगर वह बैंक से दूर होते, तो पूरा रुपये निकल जाता। फ्राड का शिकार होने पर क्राइम ब्रांच की साइबर सेल पहुंचे और मामले की शिकायत की। क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज कर लिया है। विश्वविद्यालय थाना प्रभारी उपेंद्र छारी ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है।