सुकमा में पूर्व विधायक और तेंदुपत्ता प्रबंधकों के घर एसीबी और ईओडब्ल्यू का छापा

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिला मुख्यालय समेत कोंटा में गुरुवार सुबह 6 बजे से एसीबी और ईओडब्ल्यू की छापामार कार्रवाई चल रही है। इसमें पूर्व विधायक मनीष कुंजाम के अलावा तेंदूपत्ता प्रबंधकों के यहां जांच की जा रही है। तेंदूपत्ता प्रबंधकों के खिलाफ तेंदूपत्ता बोनस वितरण की गड़बड़ी की शिकायतें आ रही थी। इसी मामले में यह जांच की जा रही है।
गुरुवार सुबह से जिले में फिर एक बार एसीबी और ईओडब्ल्यू की छापामार कार्रवाई चल रही है। जिले के साथ अलग-अलग प्रबंधकों के घर जांच की जा रही है। साथ की पूर्व विधायक सीपीआई नेता मनीष कुंजाम के घर में भी छापेमारी चल रही है।
मनीष कुंजाम ने बार-बार की थी जांच की मांग
सुकमा जिले में तेंदूपत्ता बोनस राशि मामले में घोटाले के आरोप लगे थे। ग्रामीण आदिवासी संग्राहकों को लगभग 6 करोड़ रुपए बांटने थे। तेंदूपत्ता बोनस मामले को लेकर मनीष कुंजाम ने बार-बार जांच और कार्रवाई के लिए प्रशासन को आवेदन भी दिया था।
सुकमा डीएफओ पर लिया गया था एक्शन
इसके बाद जांच में सुकमा डीएफओ अशोक पटेल पर कार्रवाई करते हुए निलंबित भी किया गया था। इसके बाद भी उनके घर पर भी एसीबी और ईओडब्ल्यू की रेड पड़ी। अब सुकमा जिले के कांग्रेस नेता और सीपीआई नेताओं ने आरोप लगाया कि ये भाजपा सरकार बदले भी कार्रवाही कर रही है।
जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में सीपीआई नेता द्वारा भाजपा का समर्थन नहीं करने के कारण उनके घर पर ये जांच टीम भेजी गई हैं। नेता का कहना है कि यह उनका बदनाम करने की साजिश है।