मिनटों में लोन, कैसे खुद को ऐसे ऐप्स के धोखे से बचाएं
मिनटों में लोन देने वाले ऐप्स के झांसे में आकर लोग बर्बाद हो रहे हैं। भारत के राज्यों में कई लोगों ने सुसाइड कर लिया है। यानी ऐप्स से मिनटों में मिलने वाले ये लोन जानलेवा साबित हो रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक बार-बार चेता रहा है। ये ऐप्स किस तरह से लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और इनसे किस तरह से सचेत रहना चाहिए। इन प्रकार की ऐप्स में ज्यादातर अनाधिकृत लोग लगे हैं जिन्हें रिजर्व बैंक जैसे नियामक से लोन देने का अधिकार नहीं मिला है, इसके बावजूद वे खुलेआम मिनटों में लोन का आफर देकर लोगों को फंसा लेते हैं।
लाकडाउन के दौरान अचानक ऐसे ऐप काफी एक्टिव हो गए थे, क्योंकि बहुत से लोगों की नौकरियां चली गईं। रोज कमाने-खाने वाले करोड़ों लोगों के पास कोई काम नहीं रहा। ऐसे लोगों के लिए ये ऐप सहारा बनकर आए। ऐसे ऐप 30 से 35 फीसदी का सालाना ब्याज तो लेते ही हैं। उससे ज्यादा भयावह बात यह है कि वे ड्यू डेट पर लोन न मिलने पर प्रतिदिन हजारों रुपये तक की पेनाल्टी लगा देते हैं। इसकी वजह से ही कई ग्राहक दूसरे ऐप से लोन लेने के झांसे में फंस जाते हैं। ग्राहकों को कभी भी केवाईसी दस्तावेजों की प्रति बगैर पहचान वाले व्यक्ति, अपुष्ट अनाधिकृत ऐप को नहीं देना चाहिए। इसके अलावा आप लोन लेने के दूसरे सुरक्षित विकल्प भी चुन सकते हैं। जैसे सरकारी या दिग्गज निजी बैंकों से गोल्ड लोन, बैंकों के पर्सनल लोन, एफडी के बदले लोन, एलआइसी पालिसी पर लोन, अपने संस्थान से पीएफ के बदले या कर्मचारियों को मिलने वाला लोन आदि शामिल है।