अगले साल थी महिला डॉक्टर की शादी, फोन पर साथी से बात कर लगाई फांसी; परिजन बोले- हत्या हुई
पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया।
कॉलेज ने मामले की जांच के लिए समिति बनाई।
पुलिस को मिला साथी डॉक्टर से बात का सुराग।
ग्वालियर- जीआरएमसी के जमुना हॉस्टल में डॉ. रेखा रघुवंशी की आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। परिजनों ने कहा कि अगले साल उसकी शादी होने वाली थी। पढ़ाई भी अच्छी चल रही थी। ऐसी कोई वजह भी नहीं थी, जिसके कारण वह आत्महत्या करे, उसकी हत्या की गई है।
पुलिस को प्रारंभिक पड़ताल में पता लगा है कि डॉ. रेखा ने कार्डियोलाजी से डीएम कर रहे एक डॉक्टर साथी से फोन पर बात की थी। उसके बाद फांसी लगाई। यह साथी डॉक्टर का पता पुलिस लगा रही है। प्रेम प्रसंग की बात भी सामने आई है।
रविवार को महिला चिकित्सक समेत तीन चिकित्सकों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजन के सुपुर्द कर दिया। डॉ. रेखा मूल रूप से अशोकनगर की रहने वाली थीं। एमबीबीएस करने के बाद मेडिसिन से एमडी कर चुकी थीं। वर्तमान में न्यूरोलाजी विभाग से डीएम कर रही थीं।
दोस्त ने फंदे से लटका देखा शव
शनिवार की दोपहर डॉ. रघुवंशी न्यूरोलाजी विभाग में आयोजित एक पार्टी में शामिल होने के बाद जमुना हॉस्टल स्थित अपने कमरे में गई थी।
जानकारी के मुताबिक दोपहर में डॉ. रेखा की बात कार्डियोलाजी से डीएम कर रहे साथी डॉक्टर से हुई थी। उसके बाद डॉ. रेखा से किसी का संपर्क नहीं हुआ। रात करीब 10 बजे उसे न्यूरोलाजी में ड्यूटी पर जाना था। ड्यूटी खत्म कर उसकी साथी महिला डॉक्टर हास्टल पहुंची। डॉ. रेखा के कमरे में गई तो उसे फांसी के फंदे पर टंगा देख चीख पड़ी।
उसके बाद मामले की जानकारी पुलिस व जीआरएमसी डीन डॉ. आरकेएस धाकड़ को दी गई। कंपू थाना पुलिस मौके पर पहुंची और उसके परिजन को सूचना दी।
परिजनों को हत्या का शक
दो साल पहले उसकी सगाई तय हो चुकी थी। डॉ. रेखा का होने वाला पति भी डॉक्टर है। वह अभी उज्जैन मेडिकल कालेज से आर्थो में पीजी कर रहा है। सब कुछ अच्छा था। अगले साल फरवरी में शादी होने वाली थी। परिजन ने कहा कि यह हत्या है।
जहां रेलिंग पर उसका फंदा बताया जा रहा है, वह पलंग से महज तीन फीट ऊपर है। पलंग से बैठकर कैसे फांसी लगाई जा सकती है। पुलिस ने मृतका के शव का पोस्टमार्टम कराया। इसके बाद शव परिजन के सुपुर्द कर दिया।
अधिष्ठाता ने बनाई आतंरिक समिति
डॉ. रेखा रघुवंशी आत्महत्या मामले में पुलिस तो जांच कर ही रही है, लेकिन गजराराजा मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता ने मामले की जांच के लिए एक आतंरिक समिति भी बनाई है। समिति के अध्यक्ष अधिष्ठाता डॉ. आरकेएस धाकड़ हैं। इसके अलावा जेएएच अधीक्षक डॉ. सुधीर सक्सेना, चीफ वार्डन डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव, न्यूरोलाजी विभागाध्यक्ष डॉ. दिनेश उदेनिया, कार्डियोलाजी विभागाध्यक्ष डॉ. पुनीत रस्तोगी समिति सदस्य हैं।